फेटल का टायर पंक्चर, हैमिल्टन की जीत
१३ नवम्बर २०११रविवार को अबू धाबी ग्रां प्री में फेटल पोल पोजीशन पर थे. लेकिन रेस शुरू होते ही उनकी कार पंक्चर हो गई. इसलिए उन्हें रेस बीच में ही छोड़ देनी पड़ी. इस साल पहली बार ऐसा हुआ है कि फेटल को बीच में रेस छोड़नी पड़ी हो. 2010 की कोरियाई ग्रां प्री के बाद पहली बार फेटल रिटायर होना पड़ा है. कोरिया में उनकी कार का इंजन फेल हो गया था.
इस साल की पांच रेस बाकी रहते फेटल ने दूसरी बार लगातार वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत ली थी. उन्होंने इस साल अब तक 11 रेस जीती हैं. अबू धाबी और ब्राजील ग्रां प्री जीतकर वह मिषाएल शूमाखर के एक सीजन में 13 रेस जीतने के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी कर सकते थे. लेकिन टायर पंक्चर ने सब चौपट कर दिया.
अबू धाबी में इसका फायदा 2008 के वर्ल्ड चैंपियन हैमिल्टन ने उठाया. इस सीजन में मैक्लॉरेन के हैमिल्टन की यह तीसरी जीत है. उन्होंने फरारी के फर्नान्डो अलोंसों को दूसरे नंबर पर छोड़ा. मैक्लॉरेन के ही जेन्सन बटन तीसरे नंबर पर रहे.
अबू धाबी के नतीजे ने दूसरे नंबर के लिए मुकाबला और कड़ा कर दिया है. हैमिल्टन के सिर्फ 227 अंक हैं और वह किसी सूरत में दूसरा स्थान हासिल नहीं कर सकते. इस स्थान के लिए असली लड़ाई बटन (255), फर्नान्डो अलोंसो (245) और मार्क वेबर (233) के बीच है.
अबू धाबी की रेस के 55 चक्कर हैमिल्टन ने एक घंटा 37 मिनट 11.886 सेकेंड्स में पूरे कर लिए. वह अलोंसो से 8.4 सेकेंड्स और बटन ने 25.8 सेकेंड्स आगे रहे. जर्मन ग्रां प्री के बाद हैमिल्टन को जीत मिली है. जीत के बाद खुश हैमिल्टन ने टीम रेडियो पर कहा, "बढ़िया...बहुत बढ़िया. हमेशा की तरह. मैं इस जीत को अपनी मां के जन्मदिन के लिए समर्पित करता हूं."
फेटल के साथी रेड बुल के मार्क वेबर चौथे स्थान पर रहे. पांचवां नंबर ब्राजील के फरारी ड्राइवर फेलिपे मासा को मिला. मर्सिडीज को छठा और सातवां नंबर मिला. लेकिन सात बार के वर्ल्ड चैंपियन मिषाएल शूमाखर अपने साथी और जर्मनी के रहने वाले निको रोजबर्ग से पिछड़कर सातवें नंबर पर रहे. फोर्स इंडिया के लिए ड्राइव करने वाले एक अन्य जर्मन आड्रियान सुतिल ने आठवें नंबर पर रेस खत्म की. उनके बाद उन्हीं की टीम के पॉल डि रेस्टा रहे. अंक पाने वालों में सबसे आखिरी रहे जापानी ड्राइवर कामुई कोबायाशी जो सॉउबर के लिए ड्राइव करते हैं.
रिपोर्टः डीपीए/वी कुमार
संपदानः एन रंजन