फोन हैकिंग पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री से पूछताछ
२० जुलाई २०११हैकिंग कांड इतना बड़ा हो गया है कि इसकी वजह से दुनिया के सबसे बड़े न्यूज कारोबारी रुपर्ट मर्डोक को न सिर्फ अपना 168 साल पुराना अखबार बंद करना पड़ा, बल्कि उन्हें भी अपने बेटे जेम्स मर्डोक के साथ संसद में पेश होना पड़ा और वहां रुपर्ट मर्डोक पर हमला भी हुआ. इसके अलावा लंदन के दो बड़े पुलिसवालों को इस्तीफा भी देना पड़ा और उन्हें भी संसद के सामने पेश होना पड़ा.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कैमरन के संसद में पेश होने से थोड़ी ही देर पहले सभी पार्टियों की एक विशेष समिति ने अपनी रिपोर्ट जारी की, जिसमें न्यूज इंटरनेशनल, उसके ब्रिटिश अंग और फोन हैकिंग कांड में पुलिस के रोल की निंदा की गई है. इस समिति के अध्यक्ष भारतीय मूल के ब्रितानी सांसद कीथ वाज ने कहा, "मेट्रोपोलिटन पुलिस ने कई तरह की चूक की है और न्यूज इंटरनेशनल ने जांच में बाधा पहुंचाने की कोशिश की."
लोकप्रियता गिरी
ताजा सर्वे में सामने आया है कि ब्रिटिश प्रधानमंत्री की लोकप्रियता जबरदस्त तरीके से नीचे गिरी है और अब उन्हें देश के सिर्फ 38 फीसदी लोग ही पसंद कर रहे हैं.
इस बात की संभावना कम है कि स्कैंडल की वजह से 15 महीने पहले प्रधानमंत्री पद संभालने वाले कैमरन को पद छोड़ना पड़े. लेकिन इसकी वजह से सत्ता पर उनकी पकड़ ढीली पड़ सकती है और इसका असर वित्तीय सुधारों पर पड़ सकता है.
इस घोटाले की वजह से कैमरन ने अफ्रीकी दौरा बीच में ही छोड़ दिया. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि उन्होंने एंडी कॉलसन को क्यों नौकरी दी, जबकि कॉलसन ने हैकिंग मामलों में ही रुपर्ट मर्डोक के अखबार से इस्तीफा दिया था.
लेबर पार्टी के अध्यक्ष एड मिलिबैंड ने पहले ही इस मुद्दे पर कैमरन से सवाल उठाए हैं. न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के दो पत्रकारों को फोन हैक करने की वजह से 2007 में जेल जाना पड़ा और उसके बाद ही कॉलसन ने इस्तीफा दिया था. उस वक्त विपक्ष के नेता कैमरन ने कॉलसन को अपने संचार प्रमुख का पद दिया और पिछले साल मई में प्रधानमंत्री बनने के बाद भी उन्हें इस पद पर रखा. कैमरन का दावा है कि इस बात के सबूत नहीं हैं कि कॉलसन ने कोई गलत काम किया है.
और सवाल उठे
हालांकि इस साल जनवरी में कॉलसन ने पद छोड़ दिया. बाद में बात ने एक बार फिर तूल तब पकड़ लिया, जब कॉलसन को फोन हैकिंग कांड में गिरफ्तार किया गया और बाद में जमानत पर रिहा किया गया. इसके बाद से कैमरन पर ज्यादा सवाल उठने लगे.
आरोप हैं कि किसी तरह खबर जुटाने के चक्कर में ब्रिटिश पत्रकारों ने हत्या कर दी गई एक युवती के फोन का वॉयसमेल हैक किया और उसमें छेड़ छाड़ की. इसके अलावा उन पर आतंकी हमलों में मारे गए ब्रिटिश सेना के जवानों के फोन हैक करने के भी आरोप लगे हैं. मर्डोक का बहुत बड़ा कारोबार अमेरिका में चलता है और अब वहां इस बात की जांच चल रही है कि कहीं वहां भी तो 9/11 के पीड़ित परिवार वालों के फोन नहीं हैक किए गए.
मुद्दा खत्म करने की अपील
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने फोन हैकिंग के मुद्दे को खत्म करने की अपील की है. उन्होंने नाइजीरिया में कहा, "ब्रिटेन की जनता कुछ और भी चाहती है. वे नहीं चाहते कि हम अपना फोकस उस अर्थव्यवस्था से हटा दें, जो लोगों को अच्छी नौकरियां दे रहा है."
इससे पहले 80 साल के रुपर्ट मर्डोक और उनके बेटे जेम्स मर्डोक की मंगलवार को ब्रिटिश संसद की विशेष समिति के सामने पेशी हुई. मर्डोक ने इसे अपनी जिंदगी का सबसे शर्मनाक दिन बताया लेकिन साथ ही कहा कि उनकी कंपनियों में 53,000 लोग काम करते हैं और वह हर किसी पर नजर नहीं रख सकते. उनके साथ उनके 38 साल के बेटे जेम्स मर्डोक भी पेश हुए, जबकि उनकी 42 साल की बीवी वेंडी डेंग भी वहां मौजूद थीं.
इस दौरान दर्शक दीर्घा में बैठे एक शख्स ने कागज की प्लेट से रुपर्ट मर्डोक पर हमला भी किया. यह हमला कोई नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं किया गया और सिर्फ सांकेतिक था. लेकिन पुलिस ने हमलावर को पकड़ लिया. मर्डोक पिता पुत्र ने एक बार फिर ब्रिटेन की जनता से हैकिंग कांड के लिए माफी मांगी. इस बीच शेयर बाजार में मर्डोक बिजनेस के शेयर लगातार नीचे गिर रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः आभा एम