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फ्रांसीसी फुटबॉल में नस्ली विवाद का बवाल

१ मई २०११

फ्रांस की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच लॉरां ब्लां ने नस्लवाद के आरोपों में घिरने के बाद माफी मांगी है. उन पर एक ऐसी योजना बनाने का आरोप लगा जिसमें दोहरी नागरिकता वाले खिलाड़ियों को ट्रेनिंग में कम जगह मिलेगी.

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France national soccer team coach Laurent Blanc reacts during their Euro 2012 Group D qualifying soccer match against Belarus at Stade de France stadium in Saint Denis, on the outskirts Paris, Friday, Sept. 3, 2010. (AP Photo/Christophe Ena)
लॉरां ब्लांतस्वीर: AP

ब्लां ने एक बयान जारी कर कहा, "मैं मानता हूं कि संवेदनशील और विस्तृत मुद्दों पर हुई बैठक में इस्तेमाल की गई कुछ बातों को बगैर संदर्भ के देखने पर कई तरह से समझा जा सकता है. अगर मैंने किसी की भावनाओं को आहत किया हो तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं."

लेकिन ब्लां ने साफ किया वह नस्लवाद के किसी भी आरोप को स्वीकार नहीं करते. उन्होंने कहा, "जब मैं हर तरह के शोषण या भेदभाव के खिलाफ हूं तो नस्लवाद या विदेशी विरोध के किसी आरोप को मैं नहीं मानूंगा."

'काले खिलाड़ियों पर एतराज'

शनिवार को एक वेबसाइट मीडियापार्ट ने नवंबर में हुई बैठक की बातचीत छापी थी. इस बैठक में ब्लां समेत फ्रांसीसी फुटबॉल संघ के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे. बैठक में दोहरी नागरिकता वाले खिलाड़ियों के लिए कोटा शुरू करने पर विचार हुआ.

France's Vassiriki Abou Diaby, right, is tackled by Belarus' Aleksandr Yurevich during their Euro 2012 Group D qualifying soccer match at Stade de France stadium in Saint Denis, on the outskirts of Paris, Friday, Sept. 3, 2010. (AP Photo/Christophe Ena)
नीली जर्सी में फ्रांस के वासीरिकी अबाऊ दिआबीतस्वीर: AP

ब्लां ने बैठक में कहा था कि वह दोहरी नागरिकता वाले खिलाड़ियों के लिए कोटा लागू करने के पूरी तरह पक्ष में हैं. लेकिन शनिवार को उन्होंने कहा कि उनके शब्दों को तोड़ा मरोड़ा गया है. उन्होंने कहा, "अगर पूरी बहस को नहीं देखा जाएगा तो अच्छा नहीं होगा. इस बहस का मुद्दा फ्रांसीसी फुटबॉल में काले और अरब लोगों की संख्या कम करने पर नहीं थी, जैसा कि खबर के शीर्षक से जाहिर किया गया है. इस बहस में दोहरी नागरिकता वाले खिलाड़ियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए फुटबॉल के भविष्य पर विचार हुआ. बात नए खिलाड़ियों की भर्ती और ट्रेनिंग के तौर तरीकों को लेकर हुई."

बैठक में ब्लां ने कहा था कि फ्रांस में एक जैसी कद काठी वाले बहुत सारे खिलाड़ी सामने आ रहे हैं जिनमें ज्यादातर काले हैं. उनके शब्द थे, "इससे ऐसी छवि बनती है कि हम एक ही तरह के खिलाड़ी पैदा कर रहे हैं - बड़े, मजबूत और ताकतवर. और बड़े, मजबूत और ताकतवर कौन हैं? काले. ऐसा है. यही मौजूदा सच्चाई है."

पहली सजा

इस विवाद के बाद फ्रांस के राष्ट्रीय तकनीकी निदेशक फ्रांसोआ ब्लाक्या को निलंबित कर दिया गया है. वह भी बैठक में शामिल थे. हालांकि शनिवार को उन्होंने कहा कि कोटा लागू करने की योजना को रद्द कर दिया गया था. उन्होंने कहा, "हमने दोहरी नागरिकता वाले खिलाड़ियों का प्रतिशत तय करने का विचार छोड़ दिया था. लेकिन हम चाहते थे कि खिलाड़ियों के मकसद को लेकर चौकस रहें."

ब्लाक्या नौजवान खिलाड़ियों की कोचिंग के लिए नीति बनाने का काम देख रहे थे. उनके निलंबन का एलान देश के खेल मंत्री शांताल जुआनो ने किया. फ्रांस फुटबॉल संघ ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः महेश झा

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