फ्रेंच ओपन शुरू: जोकोविच का मैच आज
२३ मई २०११पैरिस की लाल मिट्टी पर पहला दिन ऑस्ट्रेलिया की समांथा स्टोसुर के नाम रहा. महिलाओं के सिंगल्स मुकाबले में उन्होंने चेक गणराज्य की इवेटा बेनसोवा को आसानी से 6-2, 6-3 से हरा दिया. दसवीं वरीयता की सर्बियाई खिलाड़ी येलेना यांकोविच ने भी आसानी से जीत दर्ज की.
पुरुषों के सिंगल्स के एक मुकाबले में सातवीं वरीयता प्राप्त स्पेन के डेविड फेरर ने भी 6-3, 6-3, 6-1 की आसान जीत दर्ज की. उन्होंने फिनलैंड के जारको निएमिनेन को हराया.
कुछ बड़े खिलाड़ियों के मुकाबले सोमवार को होने हैं. इस बार फ्रेंच ओपन के सबसे प्रबल दावेदारों में गिने जा रहे सर्बिया के नोवाक जोकोविच को हॉलैंड के थिएमो डे बाकेर से भिड़ना होगा. वहीं महिलाओं में शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी केरोलिन वोजनियाकी जापान की किमिलो डेट क्रुम के खिलाफ मैच से अपना अभियान शुरू करेंगी.
नडाल बनाम जोकोविच
वैसे फ्रेंच ओपन में इस बार क्ले कोर्ट के बादशाह माने जाने वाले रफाएल नडाल के सामने जोकोविच की चुनौती सबसे कड़ी मानी जा रही है. जोकोविच अब तक लगातार 39 मैच जीत चुके हैं. खुद स्पेनिश खिलाड़ी राफा भी मान रहे हैं कि उनके खिताब को सबसे ज्यादा खतरा जोकोविच से ही है.
निगाहें टेनिस में कई रिकॉर्ड बना चुके और महान खिलाड़ियों में शुमार स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर पर भी होंगी. आलोचक कहने लगे हैं कि फेडरर का दौर खत्म हो चुका है. उन्होंने 2010 में ऑस्ट्रेलियन ओपन जीता था, उसके बाद से वह कोई ग्रैंड स्लैम खिताब नहीं जीत सके हैं.
नजरें ब्रिटेन के खिलाड़ी एंडी मरे पर भी होंगी. मरे हाल के समय में कई मुकाबलों के फाइनल और सेमीफाइनल तक पहुंचे हैं, लेकिन खिताबी जीत क लिए तरसते रह गए.
1928 से चले आ रहे इस टूर्नामेंट में इस बार महिलाओं का खिताबी मुकाबला भी दिलचस्प होने जा रहा है. बीते साल इटली की फ्रांचिस्का शियावोने ने सबको चौंकाते हुए ट्रॉफी चूमी. वह इटली की पहली ऐसी खिलाड़ी बनीं जिन्होंने फ्रेंच ओपन जीता. लेकिन फ्रेंच ओपन के बाद खेले गए विम्बलडन और ऑस्ट्रेलियन ओपन में उन्हें कोई खास सफलता नहीं मिली. बाकी महिला खिलाड़ी भी लगातार अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम साबित हुईं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ईशा भाटिया