बंदूक नियंत्रण पर क्यों चुप है हॉलीवुड
१९ दिसम्बर २०१२समाज का कोई मुद्दा हो हॉलीवुड स्टार बोलने के लिए तैयार मिलेंगे. समलैंगिकता पर ब्रैड पिट की आवाज गूंजती है तो दारफुर पर जॉर्ज क्लूनी की, पर्यावरण की बात हो तो रॉबर्ट रेडफॉर्ड या लियोनॉर्डो डि कैप्रियो चुप नहीं रह पाते लेकिन बंदूक पर सब खामोश हैं. कुछ जानकारों के लिए इसकी वजह देख पाना ज्यादा मुश्किल नहीं. सायराक्यूज यूनिवर्सिटी में लोकप्रिय संस्कृति के प्रोफेसर रॉबर्ट थॉम्पसन कहते हैं, "अगर आप किसी ऐसे सितारे के रूप में जाने जाते हों जो भारी हथियारों में घिरा रहता हो तो ऐसा कुछ होने पर आप खुद को इसमें घिरने से हर हाल में बचाना चाहते हैं, या फिर आपको यह कहने के लिए तैयार होना पड़ेगा कि अब आप ऐसी किसी फिल्म में काम नहीं करेंगे."
बंदूकों पर नियंत्रण की लंबे समय से वकालत कर रही अभिनेत्री सूजान सैरैंन्डन और डॉक्यूमेंट्री फिल्मकार माइकल मूर शुक्रवार के हादसे के बाद ट्वीटर पर प्रतिक्रिया जताने वालों में सबसे आगे रहे. सोशल मीडिया में हजारों लोगों ने बंदूकों पर नियंत्रण के लिए सख्त कानून बनाने की ऑनलाइन अपील की है. इसके बावजूद ऑरनॉल्ड श्वार्जनेगर, ब्रूस विलीस और डेन्सेल वाशिंगटन के साथ ही पिट और क्लूनी जैसे सितारे खामोश हैं. ना तो निजी तौर पर ना ही सार्वजनिक तौर पर इनकी तरफ से कुछ कहा गया है.
कई हॉलीवुड सितारों के जन संपर्क का काम देख चुके एक अधिकारी का कहना है कि यह सब बदल सकता है क्योंकि लोग ऐसे हालात में इनके मुंह से भी कुछ सुनना चाहते हैं.
चर्चा में क्रूज
हॉलीवुड के फिल्मकार एक बार फिर हिंसक फिल्मों की वजह से लोगों की नजर में हैं. शनिवार को पीट्सबर्ग में टॉम क्रूज की नई फिल्म "जैक रीचर" का प्रीमियर रोक दिया गया. इस फिल्म में क्रूज ने एक निर्दयी पूर्व सैन्य स्नाइपर की भूमिका निभाई है. न्यूयॉर्क में लिंकन सेंटर फिल्म सोसायटी ने सोमवार को होने वाली फिल्म का प्रदर्शन और क्रूज के साथ बातचीत रद्द कर दी. रद्द करने के लिए जारी बयान में कनेक्टिकट के हादसे के पीड़ित परिवारों के प्रति सहानुभूति को इसकी वजह बताया गया. फिल्म नदी किनारे जमा लोगों में से पांच की हत्या से शुरू होती है.
क्रूज ने सार्वजनिक रूप से कनेक्टिकट के बारे में कुछ नहीं कहा है. सोमवार को जब वो फिल्म के प्रमोशन के लिए टीवी कार्यक्रम "लेट शो विद डेविड लेटरमैन" में लोगों के सामने आए तब भी उन्होंने इसका जिक्र तक नहीं किया. हालांकि फिल्म के निदेशक क्रिस्टोफर मैक्वारी का कहना है कि पिट्सबर्ग का प्रीमियर रद्द करने के पीछे क्रूज की बड़ी भूमिका है. क्रिस्टोफर ने कहा, "टॉम और मैंने इस पर जोर दिया था. कोई भी इस तरह की दुखद घटना के 24 घंटे बाद जश्न नहीं मनाना चाहेगा."
टीवी शो के दौरान क्रूज के जुड़ने से बहुत पहले ही लेटरमैन ने घटना को दुखद जरूर कहा लेकिन क्रूज के सामने कोई जिक्र नहीं हुआ. टॉक शो के होस्ट लेटरमैन नहीं मानते कि इस तरह की घटनाओं को बंदूकों पर कानूनी नियंत्रण के जरिए रोका जा सकता है. उन्होंने कहा, "मैं इतना बेवकूफ नहीं हूं कि इसे बंदूक की समस्या मानूं क्योंकि जब बंदूक नहीं थे तब भी लोग एक दूसरे को मार रहे थे."
अमेरिकी सोच
हॉलीवुड अकसर फिल्मों या वीडियोगेम को अमेरिकी लोगों की हरकतों के लिए जिम्मेदार ठहराने पर दुखी होता है. हाल में हुई अंधाधुंध गोलीबारी की कुछ घटनाओं में तो मानसिक समस्या से जूझ रहे लोग शामिल थे. पूर्व जनसंपर्क अधिकारी का इस बारे मे कहना है, "मेरे ख्याल से यह हमेशा गलत है कि केवल मनोरंजन के कारोबार को इसका दोषी माना जाए. अमेरिकी लोगों की मनोदशा में बहुत गहराई पर कोई चीज है ना कि वीडियोगेम या फिल्मों में."
कोलोराडो में बैटमैन की फिल्म द डार्क नाइट राइजेज के प्रदर्शन के दौरान हुई गोलीबारी में 12 लोग मारे गए और 59 घायल हुए. इसके बावजूद फिल्म दुनिया भर में एक अरब डॉलर से ज्यादा कमाने में कामयाब रही और यह इस साल अमेरिकी और कनाडा में दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म है.
प्रोफेसर थॉम्पसन इस पर भी सवाल उठाते हैं कि कोई मशहूर हस्ती जब किसी भी मसले पर अपनी निजी राय देती है तो उसका कितना असर होता है. बंदूक पर नियंत्रण जैसे अमेरिका के लिए भावनात्मक मुद्दे पर लोगों की राय दोनों तरह की है. थॉम्पसन का कहना है, "बहुत संभव है कि ऐसी बात कहने पर लोगों की मुद्दे की बजाय उस मशहूर हस्ती के बारे में ही राय बदल जाए."
एनआर/एमजे (रॉयटर्स)