बड़े नेताओं पर हमले की फिराक में लिट्टेः पुलिस
१६ दिसम्बर २०१०तमिलनाडु की डीजीपी लतिका सरन ने बताया, "हमें प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, उनके कैबिनेट सदस्यों और राज्य के दौरे पर आने वाले अतिविशिष्ट लोगों पर संभावित हमलों के बारे में अलर्ट मिला है." इस जानकारी के आधार पर उन्होंने कहा कि राज्य को हाई अलर्ट पर रखा गया है. उन्होंने कहा, "हमने खुफिया तंत्र को मजबूत बनाया है और पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इस मामले में कोई सच्चाई है."
सरन ने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए सभी संभावित कदम उठा रही है कि प्रधानमंत्री सहित सभी अतिविशिष्ट लोगों के तमिलनाडु के दौरे में कोई बाधा न आए. खुफिया जानकारी के मुताबिक लिट्टे के सदस्य भारत में फिर से एकजुट होने की कोशिश कर रहे हैं. ये लोग पिछले साल श्रीलंका में निर्णायक सैन्य कार्रवाई से बच कर तमिलनाडु में आ गए. ये भारत के कई विशिष्ट लोगों को निशाना बनाने की फिराक हैं. खास कर ऐसे लोगों को जो तमिलनाडु के दौरे पर आते हैं. सुरक्षा एजेंसियों ने इस तरह की जानकारी को गंभीरता से लिया है. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 1991 में लिट्टे के सदस्यों ने ही तमिलनाडु में हत्या की थी.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अगले महीने एक कार्यक्रम के सिलसिले में तमिलनाडु की यात्रा करेंगे. एक अधिकारी ने कहा, "हालांकि लिट्टे अब बहुत ही कमजोर है. उसके सारे नेता श्रीलंकाई सेना की कार्रवाई में मारे जा चुके हैं. लेकिन इसके फिर से एकजुट होने की खबरों ने सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां/ ए कुमार
सपादनः वी कुमार