बर्लिन क्यों नहीं आईं प्रियंका
१९ फ़रवरी २०११शायद प्रियंका चोपड़ा के लिए सम्मान से ज्यादा महत्वपूर्ण फिल्म की व्यवसायिक सफलता है. इसलिए जब उनकी फिल्म सात खून माफ को 61वें बर्लिन फिल्म महोत्सव में दिखाया जा रहा था तब वह भारत में फिल्म के प्रचार में जुटी थीं.
बर्लिन में गुरुवार को जीरो डिग्री तापमान में बड़ी तादाद में लोग फ्रीडरिषश्टाट पैलेस के बाहर खड़े थे. पैलेस में सात खून माफ का प्रीमियर चल रहा था और लोग प्रियंका चोपड़ा की एक झलक पाना चाहते थे. लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि फैन्स को बताया गया कि प्रियंका तो प्रीमियर में आई ही नहीं.
फेस्टिवल के पैनोरमा सेक्शन में दिखाई गई सात खून माफ के निर्देशक विशाल भारद्वाज के अलावा कलाकार अन्नु कपूर और विवियन शाह प्रीमियर में मौजूद रहे. वैसे इस तरह की बातें कही जा रही हैं कि प्रियंका जर्मनी नहीं आ पाईं क्योंकि वह अपने खिलाफ आयकर अधिकारियों की जांच में व्यस्त हैं. लेकिन विशाल भारद्वाज कहते हैं कि ऐसा कुछ नहीं हैं. उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि प्रियंका के खिलाफ कर चोरी के आरोपों का फिल्म पर कोई असर होगा. इनका प्रियंका के जर्मनी न आने से भी कोई लेना देना नहीं है."
विशाल भी जर्मनी में प्रीमियर होते ही मुंबई दौड़ लिए ताकि भारत के लोगों को फिल्म देखने के लिए कह सकें. उन्हें उम्मीद है कि चर्चित फिल्म फेस्टिवल में प्रीमियर से इसकी लोकप्रियता बढ़ेगी और ज्यादा लोग फिल्म देखने आएंगे.
सात खून माफ रस्किन बॉन्ड की कहानी सुजैनाज सेवन हंस्बेंड्स पर आधारित है. फिल्म में सुजैना एना मैरी (प्रियंका चोपड़ा) सात बार शादी करती है और अपने सभी पतियों का कत्ल कर देती है. कहानी कुल 35 साल में फैली है.
प्रियंका को कमीने फिल्म में अपने रोल के बाद जर्मनी में खासी चर्चा मिली थी. हाल ही में जब वह बर्लिन में फिल्म डॉन-2 की शूटिंग कर रही थीं तब भी उन्हें यहां काफी नए फैन्स मिले.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा