गैंगरेप के खिलाफ लंदन में प्रदर्शन होगा
२९ दिसम्बर २०१२सिंगापुर में छात्रा की मौत की खबर आने के बाद दिल्ली में जगह जगह प्रदर्शनकारी जमा होने लगे. प्रदर्शनकारियों में बड़ी संख्या में युवा हैं. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के आस पास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है. उपद्रवियों को प्रदर्शन से दूर रखने के लिए युवाओं ने हाथ से हाथ मिलाकर कड़ी बना ली है.
सोशल नेटवर्किंग साइटों पर भी लोगों का गुस्सा दिख रहा है. ब्रिटेन में महिला अधिकारों के लिए लड़ने वाले संगठन द एस्टेल प्रोजेक्ट का कहना है, "यूके की महिलाएं अपनी भारतीय बहनों के साथ खड़ी है. सात जनवरी 2013 को भारतीय उच्चायोग के सामने प्रदर्शन."
दिल्ली में काम कर रहे ब्रिटिश पत्रकार एंड्र्यू नॉर्थ ने ट्वीट किया, "भारत के लिहाज से एक दुर्लभ मौका, जब एक मौत का ऐसा असर दिख रहा है. एक अनजानी लड़की के लिए इतना जोरदार असर. वह अब लाखों लोगों का चेहरा बन गई है."
मुंबई की उशोषी सेनगुप्ता ट्विटर पर लिखती हैं, "मैं अपनी सरकार से नफरत करती हूं. मैं अपने नेताओं से नफरत करती हूं. मैं अपने सिस्टम से नफरत करती हूं. मैं उस देश से नफरत करती हूं जहां महिलाओं को कचरा समझा जाता है."
फेसबुक पर उत्तराखंड के कृष्ण चंद्र खर्कवाल लिखते हैं, "आखिर कोई कैसे लड़की पैदा करे? हमारे देश में लड़कियों की सुरक्षा तो सबने देख ही ली है. नेता लोग आम जनता को बेवकूफ बनाते हुए कहते हैं कि हमारी भी लड़कियां हैं, हमें भी चिंता है. सत्यता आप लोग जानते ही हैं."
दिल्ली से दूर रहने वाले युवा फेसबुक पर एक जलती मोमबत्ती की तस्वीर साझा कर अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं.
ओएसजे/एजेए