बहरीन के पर्ल चौक से सेना हटी
१९ फ़रवरी २०११अधिकारियों ने बताया कि सेना मनामा के बाहर तैनात रहेगी और शहर के भीतर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी पुलिस संभालेगी.
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शुक्रवार को बहरीन के किंग हमद बिन इसा अल खलीफा से बात की और प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की हिंसा की आलोचना की. बहरीन में चार लोगों की जान गई जबकि 200 से ज्यादा घायल हैं.
ओबामा ने चेतावनी दी है कि अमेरिका का मानना है कि इस खाड़ी देश में स्थिरता तभी आ सकती है जब वहां सार्थक राजनीतिक सुधार हों. व्हाइट हाउस की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, "अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने किंग हमद से बातचीत की और बहरीन के हालात पर चर्चा की. उन्होंने शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर ताकत के इस्तेमाल की निंदा की और इस बात की जोरदार ताकीद की कि बहरीन सरकार को संयम से काम लेना होगा. ओबामा ने हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की भी मांग की."
अमेरिका बहरीन की मौजूदा सरकार को समर्थन देता रहा है. इसलिए बराक ओबामा के लिए बहरीन में हो रहे प्रदर्शन दुविधा पैदा कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने कहा है कि देश में राजनीतिक सुधार होने चाहिए. उन्होंने कहा, "अमेरिका का मानना है कि बहरीन में स्थिरता इस बात पर निर्भर करती है कि वहां के लोगों को सभी अधिकार मिलें और उनकी इच्छा के मुताबिक देश में राजनीतिक सुधार हों."
इस बीच बहरीन के शिया बहुल विपक्ष ने सुन्नी राजशाही की बातचीत की पेशकश ठुकरा दी है. विपक्षी नेताओं का कहना है कि जब तक सड़कों से सेना नहीं हटाई जाती और शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चलनी बंद नहीं होतीं, तब तक किसी भी तरह की बातचीत का कोई मतलब नहीं.
विपक्षी दल अल विफाक के नेता खलील अल मारजूक ने कहा, "बहरीन के क्राउन प्रिंस के नेतृत्व में बातचीत का माहौल सही नहीं है."
शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों पर लगातार दूसरे दिन गोलियां चलाईं जिनमें कम से कम चार लोगों की मौत हो गई.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा