'बातचीत के लिए तैयार हो ईरान'
१० सितम्बर २०१२पत्रकारों से बात कर रहे वेस्टरवेले ने कहा, "हम ईरान में परमाणु कार्यक्रम को लेकर इस्राएल की चिंता समझते हैं." वेस्टरवेले येरुशलम में ऐसे वक्त पहुंचे हैं जब इस्राएल ईरान के परमाणु रिएक्टरों पर अकेले कार्रवाई करने के बारे में सोच रहा है. इस्राएली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कहा है कि वह ईरान के लिए एक सीमा तय करे.
जर्मनी के साथ, फ्रांस, ब्रिटेन, रूस, चीन और अमेरिका ने इस साल ईरान के साथ तीन बार बातचीत में हिस्सा लिया है लेकिन अब तक किसी कूटनीतिक सुझाव तक बात नहीं पहुंची है. वेस्टरवेले का हालांकि कहना है कि मामला अब गंभीर होता जा रहा है और "केवल बातचीत के लिए बातचीत करना हमारा मकसद नहीं है. इसलिए हम चाहते हैं कि ईरान सरकार दोबारा मेज पर आए और कुछ ऐसे सुझाव रखे जिसकी इस वक्त जरूरत है." वेस्टरवेले ने कहा कि ईरान के हाथ में परमाणु हथियार किसी भी हाल में सहा नहीं जा सकेगा.
शुक्रवार को साइप्रस में बातचीत के दौरान यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने ईरान के खिलाफ ताजा प्रतिबंधों पर बात की. अब तक केवल ईरान से तेल पर प्रतिबंध लगाए गए हैं और उसकी बैंक प्रणाली को पूरी तरह विश्व अर्थव्यवस्था से अलग थलग कर दिया गया है. यह प्रतिबंध इस साल जुलाई में पूरी तरह लागू कर दिए गए.
प्रतिबंधों की वजह से ईरानी मुद्रा रविवार को पूरी तरह बिखर गई. ईरानी केंद्रीय बैंक के गवर्नर महमूद बहमनी ने कहा, "हम युद्ध जैसी स्थिति में जी रहे हैं. हम विश्व से आर्थिक तौर पर लड़ रहे हैं." प्रतिबंधों का मकसद है ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर रोक लगाना. पश्चिमी देशों का मानना है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है जबकि ईरान का दावा है कि यह केवल ऊर्जा उत्पादन के लिए बनाया गया है.
इस्राएल को दूसरी तरफ डर है कि ईरान के हाथ परमाणु हथियार आने से उसके अस्तित्व को नुकसान होगा और अगर कूटनीतिक तौर पर मामला नहीं सुलझता है तो वह ईरान पर सैन्य कार्रवाई भी कर सकता है. इस बीच कनाडा ने ईरान से सारे बंधन तोड़ने का फैसला लिया है. नेतन्याहू ने कनाडा के कदम की सराहना करते हुए कहा, "मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मांग करता हूं कि वे कनाडा को मिसाल के तौर पर लें और ईरान पर नैतिक और व्यावहारिक सीमाएं लगाएं, जिससे कि वह परमाणु रेस से पीछे हट जाए."
एमजी/एनआर (रॉयटर्स, एएफपी)