बिगड़ैल सेरेना को हरा स्टोसर चैंपियन
१२ सितम्बर २०११स्टोसर से लगातार दो सेटों में 6-2, 6-3 से हारने के दौरान सेरेना विलियम्स ने मुख्य रेफरी पर आपत्तिजनक फब्ती कस दी. इसके बाद पूरा मैच तनावपूर्ण हो गया. पहला सेट गंवाने के बाद दूसरे सेट के पहले मैच में सेरेना ने खेल के बीच में ही जोर से कुछ कह दिया. इसके बाद रेफरी ने उन्हें सजा देते हुए अंक प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी स्टोसर को दे दिया और गेम सेरेना के हाथ से निकल गया.
इसके कुछ ही देर बाद कोर्ट बदलते हुए सेरेना ने मुख्य रेफरी से कहा, "अगर हॉल में कभी आप मेरे सामने आ जाएं, तो दूसरी तरफ देखिएगा. आप नियंत्रण से बाहर हैं. आप नफरत करने वाली हैं और अंदर से बिलकुल भी आकर्षित नहीं करती हैं."
इस घटना के बाद 29 साल की सेरेना का मैच पर से नियंत्रण लगभग खत्म हो गया. दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया की 26 साल की स्टोसर ने धैर्य बनाए रखा और इस घटना को दरकिनार करते हुए लगातार गेम जीतती रहीं. उनकी जीत के साथ ही 2011 के चारों ग्रैंड स्लैम चार अलग अलग खिलाड़ियों की झोली में गए और इनमें से तीन ने अपने करियर का पहला ग्रैंड स्लैम जीता. ऑस्ट्रेलियाई ओपन बेल्जियम की किम क्लाइसटर्स ने, फ्रेंच ओपन चीन की ली-ना ने और विंबलडन चेक गणराज्य की पेत्रा किवीटोवा ने जीता है.
सेरेना ने तोड़े सपने
13 ग्रैंड स्लैम जीतने वाली रहीं सेरेना विलियम्स ने टेनिस में लंबे वक्त बाद वापसी की है और 9/11 की 10वीं बरसी पर न्यू यॉर्क में उनसे जीत की उम्मीद की जा रही थी और समझा जा रहा था कि इस तरह अमेरिकी खिलाड़ी देश को श्रद्धांजलि दे सकेंगी. लेकिन उनके खराब व्यवहार ने उलटा ही कर दिया. इससे पहले 2009 के सेमीफाइनल में भी सेरेना ने लगभग ऐसा ही व्यवहार किया था, जब उन्होंने एक लाइंसवुमन को झिड़क दिया था.
स्टोसर से हारने के बाद सेरेना का कहना है कि उन्हें इस बारे में ज्यादा याद नहीं है कि ग्राउंड पर क्या हुआ. वह कहती हैं कि अगर ऐसा नहीं भी होता तो भी उनके जीतने की संभावना बहुत कम थी क्योंकि स्टोसर बहुत अच्छा खेल रही थीं, "इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. मुझसे एक अंक छीना गया लेकिन आखिरकार इससे फर्क नहीं पड़ता क्योंकि सैम बहुत बहुत अच्छा खेल रही थीं." मैच के बाद सेरेना ने खराब खेल भावना का परिचय दिया. वह स्टोसर से तो जरूर मिलीं लेकिन रेफरी से हाथ नहीं मिलाया.
सेरेना की जांच
यूएस ओपन के अधिकारी सेरेना विलियम्स के इस व्यवहार की जांच कर रहे हैं और इस पर सोमवार को ही कोई फैसला आ सकता है, जिस दिन पुरुषों का फाइनल मुकाबला दुनिया के पहले और दूसरे नंबर के खिलाड़ियों नोवाक जोकोविच और रफाएल नडाल के बीच खेला जाना है.
स्टोसर पहला ग्रैंड स्लैम जीतने के बाद बेहद खुश दिखीं, "यह मेरे जीवन के सबसे अच्छे दिनों में है कि मैं न्यूयॉर्क में यहां खड़ी हूं. जब से मैंने खेलना शुरू किया है, मैं इस जगह पहुंचने का सपना देख रही थी. सेरेना आप महान खिलाड़ी हैं, बड़ी चैंपियन हैं और आपने टेनिस को बहुत कुछ दिया है."
महान खिलाड़ी सेरेना
सेरेना विलियम्स ने 1999 से 2010 के बीच 13 ग्रैंड स्लैम जीते हैं औऱ उनके नाम सभी चारों ग्रैंड स्लैम हैं और दो बार ओलंपिक का गोल्ड मेडल भी उनके नाम है. लेकिन 2010 का विंबलडन जीतने के बाद से वह घायल रही हैं और लगभग 14 महीने बाद कोर्ट पर लौटीं. उन्हें जर्मनी की स्टेफी ग्राफ और अमेरिका की मार्टिना नवरातिलोवा के साथ महिला टेनिस की महानतम खिलाड़ियों में गिना जाता है.
उधर, ऑस्ट्रेलिया में भी स्टोसर की जीत की खुशी मनाई जा रही है. प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड ने कहा, "उन्होंने यूएस ओपन जीतने के दौरान शानदार एकाग्रता दिखाई है और ऑस्ट्रेलिया में टेनिस से जुड़ा हर शख्स आज इसका जश्न मनाएगा."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः आभा एम