बुधवार को ओबामा की अफगान रणनीति की घोषणा
२१ जून २०११ओबामा प्रशासन के दो अधिकारियों ने कहा है कि राष्ट्रपति अगले महीने से शुरू होने वाली वापसी पर अपने विचार विमर्श के नतीजे की जानकारी देंगे. यह फैसला न सिर्फ अमेरिका की युद्ध रणनीति के लिए बल्कि 2012 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों से पहले ओबामा के राजनीतिक भविष्य के लिए भी महत्वपूर्ण फैसला होगा.
राष्ट्रपति ओबामा को अफगानिस्तान से वहां तैनात सैनिकों की वापसी की गति और आकार का फैसला लेना है. दिसंबर 2009 में उन्होंने अमेरिकी सैनिकों की संख्या में 30 हजार के इजाफे का फैसला लिया था जिसके बाद अफगानिस्तान में तैनात अमेरिकी सैनिकों की संख्या बढ़कर 1 लाख हो गई. वे बचे हुए सैनिकों की वापसी की रुपरेखा भी पेश कर सकते हैं जिसका अंत 2014 में अफगान सैनिकों द्वारा सुरक्षा की जिम्मेदारी लेने के साथ होगा.
प्रेक्षक यह भी उम्मीद कर रहे हैं कि राष्ट्रपति देशवासियों को यह बताएंगे कि अतिरिक्त सैनिकों को अफगानिस्तान भेजने से वहां तालिबान के खिलाफ संघर्ष धीमी लेकिन महत्वपूर्ण प्रगति हुई है. व्हाइट हाउस अधिकारियों का कहना है कि ओबामा के राष्ट्रपति बनने और युद्ध के लिए नए संसाधन मुहैया कराने के बाद अल कायदा के खिलाफ अहम प्रगति हुई है.
सोमवार को ओबामा के प्रवक्ता जे कार्नी ने कहा था कि राष्ट्रपति अब भी अपने विचार विमर्श को अंतिम रूप दे रहे हैं और उन्होंने अब तक अंतिम फैसला नहीं लिया है. 2009 में उन्होंने नई अफगान रणनीति पेश की थी जिसका लक्ष्य अल कायदा को पराजित करना, तालिबान की गति को तोड़ना और अफगान सरकार को सुरक्षा जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार करना था.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एस गौड़