बॉलिंग कोच की कमी खल रही है: धोनी
१ जनवरी २०१०बांग्लादेश दौरे के लिए रवाना होने से पहले धोनी ने कहा कि गेंदबाज़ी के लिए ख़ास कोच होने से फायदा होता है. उन्होंने कहा, ''बॉलिंग कोच का न होना कुछ मायनों में ख़लता है. अगर आपके पास स्पेशलिस्ट बॉलिंग कोच हो जो हमेशा गेंदबाज़ों पर ध्यान देता रहे तो बेहतर प्रदर्शन सामने आता है.''
बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के माइक यंग को फ़ील्डिंग कोच नियुक्त किया है लेकिन बॉलिंग कोच को लेकर फ़ैसला अब तक नहीं किया गया है. फिलहाल यह ज़िम्मेदारी गुरु गैरी कर्स्टन ही संभाल रहे हैं. कप्तान माही के मुताबिक, ''गैरी को ही सबको कुछ देखना पड़ता है. उन्हें बैठकर बल्लेबाज़ों, गेंदबाज़ों, फ़ील्डरों से बात करनी होती है. साथ ही रणनीति भी बनानी है और टीम पर काम जारी रहता ही है.''
वैसे बीते साल टीम इंडिया के पास बॉलिंग और फ़ील्डिंग कोच थे. लेकिन ट्वेंटी-20 वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी में ख़राब प्रदर्शन के बाद अक्टूबर में वेंकटेश प्रसाद और रॉबिन सिंह की इन पदों से छुट्टी कर दी गई थी.
फिलहाल टीम इंडिया टेस्ट रैकिंग में पहले स्थान पर है लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद टीम वनडे में बढ़िया प्रदर्शन नहीं कर पा रही है. जीत तो मिल रही है लेकिन गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग बड़ी चिंता का विषय बने हुए हैं.टेस्ट और वनडे रैंकिंग में चोटी की जगह हासिल करने या उसे बरकरार रखने के लिए धोनी ब्रिगेड को हर हाल में अच्छा प्रदर्शन जारी रखना ही होगा.
अपनी ज़मीन पर श्रीलंका को टेस्ट और वनडे सीरीज़ में बुरी तरह हराने के बाद अब टीम 4 जनवरी से बांग्लादेश में त्रिकोणीय वनडे श्रृंखला खेलेगी. इसमें श्रीलंका भी है. फिर बांग्लादेश के साथ टेस्ट सीरीज़ खेली जाएगी.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: एस जोशी