ब्रिटेन से 23 रूसी राजनयिक निष्कासित
१४ मार्च २०१८अपने बयान में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरीजा मे ने कहा कि रूस ने ब्रिटेन की ओर से दी गई समयसीमा के भीतर इस मामले में अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया है इसलिए ब्रिटेन ने यह फैसला लिया है.
4 मार्च 2018 को ब्रिटेन में रूसी जासूस और उनकी बेटी को जहर दिया गया था. ब्रिटेन ने रूस पर रासायनिक हमले का आरोप लगाया है. ब्रिटेन इस मामले में साथी देशों के साथ मिलकर रूस पर दबाव बढ़ाने की कोशिश कर रहा है तो वहीं रूस ने भी साफ कर दिया है कि वह अपने खिलाफ होने वाली किसी भी कार्रवाई का जवाब देगा.
प्रधानमंत्री मे ने कहा, "रूस का यह रुख दिखाता है कि वह ब्रिटेन के खिलाफ है. इसलिए जवाब भी उतनी ही मजबूती के साथ दिया जाना चाहिए." उन्होंने कहा कि वह ब्रिटेन और रूस के बीच सभी उच्च स्तरीय संपर्कों को निलंबित करती हैं और इसी के मद्देनजर 23 रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया जाता है. इन्हें देश छोड़ने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है.
टेरीजा मे ने इसे पिछले 30 सालों का सबसे बड़ा निष्कासन बताया है. इसके साथ ही रूस की सरकारी संपत्ति को ब्रिटेन में जब्त किए जाने की बात कही गई है. मे ने साफ किया कि रूस में होने वाले फुटबॉल विश्व कप में शाही परिवार का कोई भी सदस्य शामिल नहीं होगा.
रासायनिक हमलों की साजिश बताने वाली गुप्त लैब
66 वर्षीय पूर्व रूसी जासूस सर्गेइ स्क्रिपाल और इनकी 33 वर्षीय बेटी यूलिया को इग्लैंड के सालिसबरी शहर में जहर देकर निशाना बनाया गया था. मे ने रूस से इस हमले की साजिश में शामिल होने को लेकर निशाना साधा था लेकिन रूस इस पूरी साजिश में शामिल न होने की बात कहता रहा है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल में कहा कि ब्रिटेन को इस मामले में रूस के साथ चर्चा छेड़ने से पहले स्वयं इसकी तह में जाना चाहिए.
एए/ओएसजे (रॉयटर्स)