ब्लैकबेरी सर्वर लगाए या मैसेंजर बंद करे: सरकार
२२ अगस्त २०१०महीने भर से चली आ रही बातचीत और सुलह की कोशिश के बाद रविवार को भारत सरकार ने ब्लैकबेरी को सीधी चेतावनी दी. ब्लैकबेरी फोन बनाने वाली कनाडा की कंपनी आरआईएम से सरकार ने कहा है या तो वह भारत में सर्वर लगाए या मैसेज सेवा बंद करे.
इस बारे में गृह मंत्रालय ने दूरसंचार मंत्रालय को एक चिट्ठी भी भेज दी है. इसमें कहा गया है कि ब्लैकबेरी जिस तरह के हल सुझा रहा है, वह संतुष्ट करने लायक नहीं हैं. दूरसंचार मंत्रालय से कहा गया है कि अगर ब्लैकबेरी मैसेज ट्रेस करने की सुविधा नहीं देता है तो उसके मैसेंजर को तुरंत बंद कर दिया जाए.
आरआईएम ने इसी हफ्ते गृह मंत्रालय के अधिकारियों के सामने यह दिखाया था कि उसके मैसेज को कैसे पकड़ा जा सकता है. कंपनी का कहना है कि सितंबर से भारतीय अधिकारियों के आग्रह पर मैसेज की डिटेल दी जाएगी. कंपनी का कहना है कि अधिकारी उन्हें ट्रेस किए जाने वाले फोन नंबर बताएं, कंपनी डिटेल दे देगी.
गृह मंत्रालय को इस पर आपत्ति है. मंत्रालय का मानना है कि सुरक्षा एजेंसियां आखिरी किसी निजी कंपनियों को ट्रेस किए जाने वाले फोन नंबर क्यों बताएं. हालांकि ब्लैकबेरी कह चुका है कि इस साल के अंत तक भारतीय अधिकारी ऑटोमैटिक सिस्टम के जरिए मैसेज ट्रेस कर सकेंगे.
अब सरकार ने साफ कर दिया है कि ब्लैकबेरी अपनी किसी भारतीय सहयोगी कंपनी की मदद से भारत में इंटरसेप्टर सर्वर लगाए या कारोबार समेटने की तैयारी करे.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: वी कुमार