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"भयहीन विध्वंसक सहवाग भारत के लिए जरूरी"

८ फ़रवरी २०११

टीम इंडिया के तूफानी ओपनर वीरेंद्र सहवाग को शुरुआती ओवरों में तेजी से रन जुटा लिए तो भारत खुद ब खुद अच्छी जगह पहुंच जाएगा. पूर्व क्रिकेटरों का कहना है कि सहवाग बिना डरे ताबड़तोड़ पारी खेल सकते हैं.

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वीरू से वर्ल्ड कप में उम्मीदेंतस्वीर: AP

अच्छा फुटवर्क करने वाला बल्लेबाज अच्छा माना जाता है और समझा जाता है कि वह क्रिकेट के मुश्किल शॉट खेल सकता है. सहवाग के लिए यह बात लागू नहीं होती. वह सिर्फ आंख और हाथ से ही क्रिकेट खेल सकते हैं. अपनी जगह पर खड़े खड़े वह जो शॉट लगा देते हैं, वह कई बेहतरीन फुटवर्क वाले बल्लेबाज भी नहीं लगा पाते.

वेस्ट इंडीज के महान बल्लेबाज विवियन रिचर्ड्स का कहना है, "वह विध्वंसक हैं. भारत को बहुत ही जरूरत है. मैं इस लड़के को बहुत पसंद करता हूं. वह जब बल्लेबाजी पर आता है, तो उसके अंदर किसी तरह का डर नहीं होता." खुद विव रिचर्ड्स कभी अपनी घातक बल्लेबाजी की वजह से गेंदबाजों के मन में डर बिठा देते थे.

सहवाग एक बार कह चुके हैं कि ग्लेन मैकग्रा और मुथैया मुरलीधरन को छोड़ कर वह किसी भी गेंदबाज की गेंद पर अपनी मर्जी से चौका छक्का मार सकते हैं. किसी और बल्लेबाज ने यह बात कही होती तो उसकी खिल्ली उड़ रही होती लेकिन सहवाग को समझने वाले जानते हैं कि सहवाग सही कह रहे हैं.

हालांकि वनडे में सहवाग का औसत ज्यादा नहीं (34.64 रन) है लेकिन उनकी तूफानी पारियों की वजह से कई मैचों में भारत बड़ी आसानी से जीत हासिल कर चुका है. जहां तक टेस्ट मैचों का सवाल है, वह 53.43 के औसत से रन बनाते हैं.

भारतीय उप महाद्वीप के विकेटों पर सहवाग का खौफ ज्यादा है. टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पता है कि उनका कितना इस्तेमाल किया जा सकता है. सचिन तेंदुलकर के साथ मिल कर वह दुनिया की सबसे अच्छी ओपनिंग जोड़ी बनाते हैं. सहवाग सिर्फ रन नहीं बनाते, बल्कि बिजली की तेजी से स्कोरिंग करते हैं, जो विपक्षी टीम के हाथ पांव फुला देते हैं. 12 साल खेलने के बाद भी उनका स्ट्राइक रेट 100 से ज्यादा है.

रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल

संपादनः ए कुमार

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