भारतीय रईसों से दान मांगेंगे गेट्स और बफेट
७ अगस्त २०१०इस प्रयास को गेट्स-बफेट इनिशिएटिव नाम दिया गया है और उसकी शुरुआत जून महीने में अमेरिका में हुई. माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स और अमेरिकी उद्योगपति वॉरेन बफेट ने अमेरिका के अरबपतियों से आग्रह किया कि वे अपने जीवनकाल में या फिर मरने के बाद अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा दान कर दें. इसी मुहिम को अब अमेरिकी सीमा से पार ले जाने की योजना बनाई जा रही है और अगला पड़ाव भारत और चीन है.
वॉल स्ट्रीट जर्नल अखबार के मुताबिक बफेट और गेट्स आने वाले दिनों में भारत और चीन के अरबपतियों से मिलेंगे ताकि संपत्ति दान करने के लिए लोगों को प्रेरित करने की उनकी मुहिम रंग ला सके. बुधवार को 34 लोग छह अरबपतियों की इस मुहिम का हिस्सा बने. इन छह अरबपतियों में बिल गेट्स और वॉरेन बफेट के अलावा न्यू यॉर्क के मेयर माइकल ब्लूमबर्ग, निर्देशक जॉर्ज लुकस, डेविड रॉकेफेलर और मीडिया की दुनिया के बड़े नाम टेड टर्नर हैं.
अमेरिका में 403 अरबपति हैं जो दुनिया में सबसे ज्यादा हैं और न्यू यॉर्क इस लिस्ट में पहले नंबर पर आता है. दूसरे नंबर पर चीन है जबकि तीसरे पर रूस का नाम आता है. इस साल फोर्ब्स की लिस्ट में पहले दस सबसे अमीर लोगों की सूची में दो भारतीय शामिल हुए. उद्योगपति मुकेश अंबानी इस लिस्ट में चौथे नंबर पर रहे और उनकी संपत्ति 29 अरब अमेरिकी डॉलर आंकी गई जबकि पांचवे नंबर पर स्टील व्यवसायी लक्ष्मी मित्तल हैं और उनकी संपत्ति 28.7 अरब अमेरिकी डॉलर है.
टेलीकॉम की दुनिया में राज करने वाले मेक्सिको के कार्लोस स्लिम हेलू दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति हैं. उनके पास 53.5 अरब डॉलर हैं. माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के संस्थापक बिल गेट्स की संपत्ति 53 अरब डॉलर की है और वह दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति हैं. बफेट तीसरे नंबर पर आते हैं और उनके खाते में 47 अरब डॉलर की रकम है. बफेट ने अपनी 99 फीसदी संपत्ति दान में देने की घोषणा की है. बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में 28 अरब डॉलर दान में दे चुका है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा