"भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था का लाभ उठाए पाक"
१६ जुलाई २०११आर्थिक, ऊर्जा और कृषि मामलों के अमेरिकी उपमंत्री रॉबर्ट हॉर्मेट्स ने वॉशिंगटन में कहा कि भारत और पाकिस्तान में व्यापारिक रिश्ते मजबूत होने से क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग बढ़ेगा और इससे विकास की नई संभावनाएं खुल सकती हैं. हॉर्मेट्स के मुताबिक साझेदारी अगर बढ़ी तो दक्षिण और मध्य एशिया में व्यापक आर्थिक सहयोग का नया दौर शुरू हो सकेगा.
हॉर्मेट्स का कहना है कि दो दशकों में एशिया पैसेफिक क्षेत्र में आर्थिक साझेदारी की गति अभूतपूर्व रही है और अन्य क्षेत्रों के लिए यह एक उदाहरण बनना चाहिए. "मेरा विश्वास है कि इस मॉडल को दक्षिण एशिया में भी दोहराया जा सकता है. ऐसा होना ही चाहिए. आपसी साझेदारी बढ़ाने से करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचेगा."
दिल्ली में अगले हफ्ते भारत-अमेरिका रणनीतिक संवाद हो रहा है और हॉर्मेट्स अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में शामिल हैं. उनका कहना है कि व्यापार, निवेश बढ़ाने और नई नौकरियों के अवसर उपलब्ध कराने के लिए दोनों देश व्यापक क्षेत्रों में मिलकर काम कर रहे हैं. भारत और अमेरिका में दस सालों में व्यापार बढ़कर दोगुना हो गया है. द्विपक्षीय व्यापार में लगातार वृद्धि हो रही है और इसके जरिए आर्थिक साझेदारी मजबूत की जा रही है.
हॉर्मेट्स के मुताबिक दिल्ली और चेन्नई में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल व्यापार को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की संभावनाओं को तलाशेगा. अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत यात्रा के दौरान दिल्ली और चेन्नई का दौरा करेगा. 2009 में अमेरिका में भारत का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 5.5 अरब डॉलर था और 2005 से 2009 के बीच निवेश 35 फीसदी की दर से बढ़ा है. अमेरिका में सबसे ज्यादा विदेशी निवेश करने वाला भारत सातवां देश बन गया है. हॉर्मेट्स के मुताबिक अमेरिका इस निवेश का स्वागत करता है और इसे आगे ले जाने के रास्तों पर भारत में बात होगी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ईशा भाटिया