भारत को मिलता गंदगी का नोबेलः रमेश
२१ नवम्बर २००९नई दिल्ली में ग्रीन इंडिया 2047 पर रिपोर्ट जारी करते हुए केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने यह बातें कही. उन्होंने कहा कि इस बात में कोई शक नहीं है कि दुनिया भर में सबसे ज़्यादा गंदे हमारे ही शहर हैं. इसके बाद उन्होंने चुटकी लेने की कोशिश करते हुए कहा कि अगर गंदगी और सड़ांध के लिए नोबेल पुरस्कार मिलने लगे तो सिर्फ भारत को ही मिलेगा.
जयराम रमेश के मुताबिक गंदगी और सड़ांध के मामले में भारत का किसी भी दूसरे देश से कोई मुक़ाबला है ही नहीं. वैसे ग्रीन इंडिया 2047 रिपोर्ट में जयराम रमेश के बयान से भी बड़ी चिंताएं जताई गईं हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में हर साल जल और वायु प्रदूषण की वजह से आठ लाख लोगों की मौत हो रही है और जीडीपी में साढ़े तीन फीसदी का बट्टा लग रहा है. रिपोर्ट में देश में कचरे के प्रबंधन पर कई सवाल उठाए गए हैं.
इस दौरान द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट, टेरी के अध्यक्ष और यूएन आईपीसीसी के लिए नोबेल पुरस्कार जीत चुके आरके पचौरी ने इस बात पर ज़ोर दिया कि पर्यावरण को बचाने की ज़िम्मेदार हर किसी को निभानी चाहिए. टेरी प्रमुख के मुताबिक 45 फीसदी भारत अब भी सुरक्षित पेयजल से दूर है और देश के ज़्यादातर शहर भयानक वायु प्रदूषण के शिकार हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एस जोशी