भारत ने श्रीलंका को चार विकेट से हराया
८ फ़रवरी २०१२भारत का स्कोर एक समय पर छह विकेट के नुकसान पर 181 रन हो गया था और जीत के लिए तब भी 50 रन से ज्यादा की जरूरत थी. लेकिन अश्विन ने रवींद्र जडेजा के साथ मिल कर टीम की नैया पार लगा दी. बिना कोई और विकेट खोए भारत ने 46.4 ओवर में जीत के लिए जरूरी रन बना लिए. अश्विन तीन चौकों की मदद से 30 रन बना कर नाबाद रहे, जबकि दूसरे छोर पर जडेजा 24 रन पर नॉट आउट रहे.
हालांकि इस मैच में विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर ने भी अच्छी बल्लेबाजी की. सचिन ने पारी की शुरुआत करते हुए 48 रन की पारी खेली, जबकि कोहली 77 रन बना कर रन आउट हो गए. ऑस्ट्रेलिया के इस दौरे में शतक बनाने वाले वह इकलौते भारतीय बल्लेबाज हैं. श्रीलंका के खिलाफ खेलते हुए उनके पैर में मोच आ गई और उन्हें चलने में दिक्कत हो रही थी. हालांकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कहना है, "उसे सिर्फ मोच आई है. मुझे नहीं लगता है कि कोई गंभीर बात है."
श्रीलंका के आठ विकेट पर 233 रन के जवाब में भारत ने बेहद खराब शुरुआत की. पिछले मैच में आराम करने वाले वीरेंद्र सहवाग इस बार भी आठ गेंद खेल कर आराम करने चले गए. उन्होंने 10 रन बनाए और भारत का पहला विकेट 14 रन के कुल योग पर गिर गया. सचिन ने इसके बाद कोहली के साथ पारी को आगे बढ़ाया और दूसरे विकेट की साझीदारी में 75 रन जोड़े. इसके बाद तेंदुलकर आउट हो गए. बाद में विकेट जल्दी जल्दी गिरने लगे. सुरेश रैना, महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा ने ज्यादा रन नहीं बनाए और भारतीय टीम एक वक्त संकट में आ गई. लेकिन अश्विन और जडेजा ने बेड़ा पार कराया. अश्विन को मैन ऑफ द मैच आंका गया.
तीन देशों के एकदिवसीय मुकाबले में यह भारत की पहली जीत है. इससे पहले के वनडे मैच में वह ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार गया था. भारत और श्रीलंका के बीच पिछले साल खेले गए वर्ल्ड कप के बाद से यह पहला मुकाबला था. इस बार भी भारत की ही जीत हुई.
जीत के बाद राहत महसूस कर रहे भारतीय कप्तान धोनी ने कहा, "मैं तो हमेशा हंसता रहता हूं. विजयी टीम के साथ खड़ा होना अच्छी बात है. अश्विन ने पावरप्ले और स्लॉग ओवरों में अच्छी गेंदबाजी की और बाद में बल्लेबाजी भी अच्छी की. जडेजा नंबर सात पर अच्छी बल्लेबाजी करते हैं."
इससे पहले टॉस जीत कर श्रीलंका ने बल्लेबाजी की और यह फैसला बहुत अच्छा साबित नहीं हुआ. भारतीय गेंदबाजों के आगे श्रीलंकाई बल्लेबाज नहीं चल पाए. दिनेश चांडीमल ने सबसे ज्यादा 64 रन बनाए, जबकि सलामी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान ने 48 रन की पारी खेली. आर अश्विन भारत की तरफ से सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने अपने 10 ओवर के कोटा में सिर्फ 32 रन देकर तीन विकेट झटके.
मैन ऑफ द मैच का खिताब जीतने के बाद अश्विन ने कहा, "मैंने विकेट लेने के बाद बल्ले से अच्छा खेल दिखाया. एक जीत बहुत जरूरी थी. हम आज जीतने के लिए बेताब थे. मैंने जड्डू (जडेजा) से कहा कि हमें सिर्फ 60 गेंदें खेलनी हैं और अंत में ऐसा ही हुआ."
कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के तीसरे मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को अब 10 फरवरी को श्रीलंका से पर्थ में भिड़ना है. यह मुकाबला आठ मार्च तक चलेगा.
रिपोर्टः एएफपी, रॉयटर्स/ए जमाल
संपादनः महेश झा