भारत में दिख रहा है जलवायु परिवर्तन का असर
१४ अक्टूबर २०१०सोलिवा एंथेमिफोलिआ, नामका यह पौधा गर्म जलवायु वाले इलाकों में पाया जाता रहा. लेकिन अब यह पर्वतीय इलाकों में चट्टानों पर दिखाई पड़ने लगा है. वैज्ञानिकों के मुताबिक यह पौधा समुद्र तल से 630 मीटर की ऊंचाई पर पैदा होता रहा है. लेकिन अब इससे करीब दोगुनी ऊंचाई 13,00 मीटर पर यह मिलने लगा है. इस बदलाव को जलवायु परिवर्तन से जोड़कर देखा जा रहा है.
वैज्ञानिकों का मानना है कि हिमालय के पर्वतीय इलाकों का तापमान भी तेजी से बढ़ रहा है. सोलिवा एंथेमिफोलिआ का पहाड़ों में उगना इस बात का सबूत भी दे रहा है. हिमाचल प्रदेश के पालनपुर को हिल स्टेशन माना जाता रहा है. लेकिन वहां उगे सोलिवा एंथेफोलिआ ने गर्म होते मौसम की भविष्यवाणी कर दी है. हिमाचल से पहले उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी यह पौधा अचानक सामने आया.
वनस्पति विज्ञानियों का कहना है कि सोलिवा एंथेमिफोलिआ पक्षियों के जरिए हिमालयी इलाकों तक पहुंचा है. लेकिन उन परिस्थियों में पौधे का फलना फूलना लोगों को हैरान कर रहा है. इस पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है, ''ऐसा लगता है कि सोलिवा एंथेमिफोलिआ जलवायु परिवर्तन के प्रति बदलाव दिखा रहा है. यह ऊंचे इलाकों की तरफ जाने लगा है. इन बदलावों पर शोध करना अब बेहद अहम हो गया है.''
पेड़ पौधे धरती पर किसी भी जन्तु से पहले विकसित हुए. वैज्ञानिक यह पहले ही मान चुके हैं कि पेड़ पौधे ही सबसे पहले और संजीदा ढंग से किसी भी मौसमी बदलाव से सामंजस्य बैठाते हैं.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार