भारत या हिंदुओं के खिलाफ नहीं हूं: अफरीदी
११ अप्रैल २०११पाकिस्तान के जियो न्यूज के साथ बातचीत में अफरीदी ने कहा, "मैं पैदाइशी कप्तान नहीं हूं और मुझ से भी गलतियां होती हैं. मुझसे वर्ल्ड कप और खास कर मोहाली में हुए सेमीफाइनल मुकाबले में गलती हुई. मुझे बल्लेबाजी क्रम में पहले उतरना चाहिए था, ठीक वैसे ही जैसे फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी ने किया." ऑल राउंडर अफरीदी का कहना है कि बल्लेबाजी के निचले क्रम में तो अब्दुल रज्जाक थे, इसलिए उन्हें पहले बल्लेबाजी के लिए उतरना चाहिए था.
अफरीदी ने माना कि भारत के पास दुनिया की सबसे मजबूत बल्लेबाजी है और पाकिस्तान ने उन्हें 260 पर ऑल आउट कर दिया तो स्टेडियम में खामोशी छा गई. वह कहते हैं, "जब हमने उन्हें 260 पर रोक दिया तो मैं जानता था कि हमारे पास जीतने का मौका है. बदकिस्मती से हमारी बल्लेबाजी अच्छी नहीं रही. जब उमर गुल आउट हो गए तो मुझे लगने लगा कि मैच हमारे मुताबिक नहीं जा रहा है."
अफरीदी ने कहा कि वह हर रोज सीख रहे है. उन्होंने भारत पाकिस्तान के रिश्तों पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया, लेकिन यह जरूर कहा कि भारतीय मीडिया में कुछ तत्व हैं जो दोनों देशों के रिश्तों को लेकर नकारात्मक हैं. अफरीदी कहते हैं, "मैं भारत के खिलाफ नहीं हूं और न ही भारतीय लोगों या हिंदुओं के खिलाफ हूं. पाकिस्तान में भी हिंदू रहते हैं, ठीक उसी तरह जैसे भारत में मुसलमान रहते हैं. चूंकि यह बहुत ही संवेदनशील मामला है तो अब से मैंने फैसला किया है कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा."
अफरीदी का कहना है कि उन्होंने कभी यह नहीं सोचा था कि वह वर्ल्ड कप में साझा तौर पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी बनेंगे. अफरीदी के अलावा भारत के जहीर खान को भी 21 विकेट मिले. अफरीदी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से जल्द संन्यास लेने का उनका कोई इरादा नहीं है. वह कहते हैं, "2015 का वर्ल्ड कप अभी बहुत दूर है. अभी मैं ट्वेंटी20 वर्ल्ड कप के बारे में सोच रहा हूं जो अगले साल होना है. मैं तब तक बतौर खिलाडी़ और कप्तान खेलता रहूंगा जब तक बोर्ड और लोग मुझे बर्दाश्त करेंगे."
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः आभा एम