मछली खाइए, मस्त रहिए, स्वस्थ रहिए
१० जनवरी २०१२हो सकता है कि मीठा या तला हुआ खाना खाने से अचानक आपकी भूख मिट जाए. हो सकता है कि सेब खाने की जगह आपका दिल चॉकलेट के लिए मचल उठे. लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि खाना सिर्फ भूख मिटाने के लिए नहीं, बल्कि दिमाग के लिए भी होना चाहिए और इस तरह का खाना कभी भी दिमाग के लिए अच्छा नहीं हो सकता है.
ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में रहने वाली इंग्रिड काइफर का कहना है, "तनाव के वक्त में शरीर अचानक कुछ मीठा मांग देता है क्योंकि इससे ग्लूकोज का स्तर ऊपर जाता है और हार्मोन संतुष्ट हो जाते हैं." उनका कहना है, "अगर आप चॉकलेट खाते हैं तो आपके शरीर का ग्लूकोज स्तर तेजी से बढ़ता है और आपके दिमाग में संतुष्टि और खुशी का भाव आ जाता है. लेकिन यह बहुत जल्दी से खत्म भी हो जाता है." नतीजा यह निकलता है कि शरीर पर इसका खराब असर पड़ता है.
इसलिए ऐसी मीठी चीज खानी चाहिए, जिसमें जटिल कार्बोहाइड्रेट हो, जैसे कि जौ, अनाज, आलू, मटर या फिर फल और दूसरी सब्जियां. दिमाग में सूचनाओं को बिना रोके चलते रहने के लिए वसायुक्त अम्लों की जरूरत होती है. म्यूनिख की बायोलॉजिस्ट आंद्रेया फ्लेमर का कहना है, "ओमेगा 3 एसिड से स्ट्रोक और इस तरह की बीमारियों से बचने में मदद मिल सकती है." उनका कहना है कि अखरोट और मूंगफली के दानों में ये अच्छे फैटी एसिड मिल सकते हैं. तीसी और मूंगफली का तेल तो अच्छा है ही, मछली भी बहुत काम की है. ताजे पानी की मैकेरेल मछली, टूना और सैलमन मछली खूब खाइए. दिमाग के लिए भी अच्छा, मजेदार भी है और सेहत के लिए भी बेहतरीन.
विटामिन ए, सी और ई आपके शरीर की काया तो अच्छी बनाए ही रखते हैं, ये दिमाग के लिए भी अच्छा भोजन है. बर्लिन की डायटीशियन मैनुएला मरीन कहती हैं, "वे उन ऑक्सीजन कणों को हटा देते हैं, जिससे दिमाग की कोशिका प्रभावित होती है. इससे नसों और धमनियों की सुरक्षा होती है." ये विटामिन अगर शरीर को न मिलें, तो आदमी नर्वस हो सकता है, झुंझला सकता है या फिर उसका उत्साह कम हो सकता है. फ्लेमर का कहना है, "स्ट्रॉबेरी और किवी जैसे फल खाइए. इनमें नारंगी से ज्यादा विटामिन सी होता है."
धमनियों के लिए विटामिन बी भी जरूरी है. ये दिमाग की हिफाजत तो करते ही हैं, नई शिराओं के निर्माण में भी मदद कर सकते हैं. विटामिन बी के लिए खमीर, अंकुरित गेहूं और बीन के अलावा केला खाना अच्छा है. हालांकि केले में चॉकलेट की तरह प्रोटीन होता है, जो बहुत अच्छा नहीं माना जा सकता.
फ्लेमर का कहना है, "लेकिन चॉकलेट से अलग केले में जटिल कार्बोहाइड्रेट होता है, जिससे आराम करने में मदद मिलती है और ज्यादा समय तक एकाग्रता बनी रह सकती है."
रिपोर्टः डीपीए/जितेन्द्र व्यास
संपादनः ए जमाल