मियांदाद का बैटिंग कोच बनने से इनकार
९ अप्रैल २०११पीसीबी के महानिदेशक ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि मियांदाद ने कोच बनने से इनकार कर दिया है. बोर्ड के मुताबिक मियांदाद ने कहा है कि उनके पास पहले से ही कुछ जिम्मेदारियां हैं, इसलिए वह फौरन टीम के साथ जुड़कर वेस्ट इंडीज दौरे पर नहीं जा सकते.
कोच क्या करेगा
मियांदाद ने कहा, "साफ बात यह है कि जब एक बल्लेबाज राष्ट्रीय टीम में पहुंच जाता है, तो आप उसकी तकनीक या स्टाइल नहीं बदल सकते. मेरे ख्याल से बैटिंग कोच का काम खिलाड़ियों को अलग अलग मैचों में गाइड करना होता है. वह बता सकता है कि अलग अलग पिच पर किस तरह खेले या किसी खास गेंदबाज का सामना कैसे करे."
मियांदाद पहले भी पाकिस्तान टीम के कोच रह चुके हैं. उन्होंने कहा कि वह हमेशा पाकिस्तानी टीम के लिए उपलब्ध हैं लेकिन वेस्ट इंडीज जाना उनके लिए संभव नहीं है. उन्होंने बताया, "अगले कुछ महीनों के लिए मैं पहले से ही बंधा हुआ हूं. मुझे कुछ ट्रेनिंग कैंपों में खिलाड़ियों को सिखाना है. नेशनल क्रिकेट अकादमी में नौजवान खिलाड़ियों पर काम करना है. वेस्ट इंडीज दौरे के बाद मैं यह जिम्मेदारी फुल टाइम संभालने के बारे में बात करूंगा."
वकार के साथ नहीं
हालांकि सूत्र बताते हैं कि मामला कुछ और ही है. उनके मुताबिक जावेद मियांदाद सपोर्ट स्टाफ के तौर पर काम करने की बात से खुश नहीं हैं. इसका मतलब होगा कि उन्हें मुख्य कोच वकार यूनुस के नीचे काम करना होगा और इस बात से मियांदाद संतुष्ट नहीं हैं. सूत्र ने कहा, "मियांदाद का मानना है कि अगर उन्हें बैटिंग कोच के तौर पर सफल होना है तो उन्हें अपनी योजनाएं लागू करने के लिए पूरी आजादी चाहिए. वह बहुत सीनियर खिलाड़ी हैं और बैटिंग कोच के तौर पर काम करने के लिए कुछ खास ताकत चाहते हैं."
पाकिस्तानी टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी ने कहा था कि टीम की बैटिंग के साथ कुछ मसले हैं इसलिए एक बैटिंग कोच की जरूरत है. उन्होंने कहा था कि इस काम के लिए जावेद मियांदाद से बेहतर कोई नहीं हो सकता.
रिपोर्टः पीटीआई/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया