मुंबई तेल रिसावः बुलाए गए विदेशी विशेषज्ञ
१० अगस्त २०१०पीएमओ के सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने तेल रिसाव पर मंत्रालय से शुरुआती रिपोर्ट मांगी है. शनिवार को दो मालवाहक जहाज एमएससी चित्रा और मर्चेंट वेसेल खलीजा टकरा गए जिसके बाद चित्रा का काफी तेल समंदर में रिसने लगा.
यह मामला सोमवार को राज्यसभा में भी उठा. पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि जहाज के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है. इस बीच तेल रिसाव से पैदा स्थिति को संभालने के लिए सिंगापुर से विशेषज्ञों की एक टीम बुलाई गई है. जहाजों पर सवार चालक दल के 33 सदस्यों को बचा लिया गया है जिनमें दो पाकिस्तानी भी शामिल हैं.
उधर नौसेना और तट रक्षक बल घटनास्थल पर तीन दिन से प्रदूषणरोधी अभियान चला रहे हैं. वे तेल रिसाव का पता लगाने और उसे निष्क्रिय करने में जुटे हैं. बताया जाता है कि जहाज में 2,600 टन तेल था जिसमें से 500 टन समंदर में रिस गया है. अब तक कुल 1,200 कंटेनरों में से 300 कंटेनर पानी में लुढ़क चुके हैं. सूत्रों का कहना है कि एमएससी चित्रा पर सवार कंटेनरों के समंदर में गिरने से मामला और गंभीर हो गया है.
कम से कम 31 कंटेनर ऐसे हैं जिनमें खतरनाक रासायनिक हैं. इनमें ऑर्गेनो फॉसफोरस पेस्टिसाइड्स, सोडियम हाइड्रोक्लोराइड और पाइरेथ्रोइड पेस्टिसाइड्स शामिल हैं. हो सकता है कि इनमें से कुछ समंदर में गिर भी गए हो. इस बीच भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर के अधिकारियों से कहा गया है कि वे मुख्य परमाणु प्रतिष्ठान में कूलिंग के लिए समंदर के पानी का इस्तेमाल न करें.
उधर महाराष्ट्र के तटीय जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है क्योंकि तेल का रिसाव अलीबाग और अन्य शहरी इलाकों तक फैल गया है. एलिफेंटा की गुफाओं तक भी रिसाव के पहुंचने की खबर है.
इस बीच मुंबई बंदरगाह पर काम ठप पडा है. भारत पेट्रोलियम के तीन टैंकरों पर लदे लगभग 15 लाख बैरल कच्चे तेल को उतारा नहीं जा सकता है. अधिकारियों का कहना है कि जवाहर लाल नेहरू बंदरगाह पर मंगलवार से काम फिर शुरू हो जाने की उम्मीद है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ओ सिंह