मेक्सिको की ड्रग समस्या के लिए हम भी ज़िम्मेदार: हिलेरी
२६ मार्च २००९मैक्सिको के राष्ट्रपति फ़ेलिपे काल्ड्रॉन के साथ वार्ताओं के लिए उस देश की राजधानी जाते हुए क्लिंटन ने पत्रकारों से कहा कि अमरीका के देश में ड्रग्स की मांग को नियंत्रित करने के तीन दशकों के प्रयास अधिकांश में विफल रहे हैं. उन्होंने स्वीकार किया कि अमरीका में ड्रग्स की मांग और अमरीकी हथियारों की मैक्सिको में तस्करी और मादकक पदार्थों के अवैध व्यापार से जुड़े टकरावों की आग में घी का काम कर रही है , " अवैध मादक पदार्थों के लिए हमारी लगातार जारी मांग , उन पदार्थों की तस्करी का ईंधन बनती है. हथियारों की सीमापार तस्करी को रोकने में हमारी असफलता के कारण वह हथियार अपराधियों के हाथों में पहुंचते हैं. परीणाम होता है पुलिसकर्मियों , सैनिकों और ग़ैरसैनिकों की मौतें."
अभी एक दिन पहले ही ओबामा-सरकार ने घोषणा की है कि वह मैक्सिकी सीमा को सुरक्षित करने और मैक्सिको के अधिकारियों की , ड्रग-तस्करी संगठनों का मुक़ाबला करने में सहायता करने के लिए , और अधिक पैसा , टैक्नॉलजी और सुरक्षाकर्मी मुहैया कर रही है.
राष्ट्रपति ओबामा ने स्वीकार किया है कि अमरीका का इस दिशा में और क़दम उठाना ज़रूरी है. लेकिन बेशक़ , क्लिंटन की साझी ज़िम्मेदारी की टिप्पणी अमरीका-सरकार की अब तक की स्वीकृति से कहीं आगे जाती है. विदेशमंत्री ने स्वीकार किया कि अमरीका जो कुछ करता रहा है , उसका असर नहीं हुआ है और यह उचित नहीं है कि अमरीका की अक्षमता के लिए लोग मैक्सिको की सरकार और उसकी जनता को ज़िम्मेदार बता रहे हैं.
क्लिंटन के मैक्सिको पहुंचने से कुछ घंटे पहले ही , मैक्सिकी थलसेना ने घोषणा की कि उसने देश के सबसे अधिक कुख्यात ड्रग-तस्करों में से एक को गिरफ़्तार कर लिया है.
क्लिंटन की मैक्सिको-यात्रा ड्रग-तस्करी और उससे जुड़ी हिंसा के विषय पर दोनों देशों की सघन वार्ताओं की शुरुआत है. क्लिंटन फ़ेलिपे काल्ड्रॉन से द्विपक्षीय व्यापार और अन्य मुद्दों पर भी बातचीत करेंगी.
अप्रैल में स्वयं राष्ट्रपति बराक ओबामा मैक्सिकी राष्ट्रपति से बातचीत के लिए मैक्सिको सिटी जाएंगे.
रिपोर्ट- गुलशन मधुर
एडीटर- एस जोशी