मैच और सीरीज भारत के हाथ
२३ नवम्बर २०१०गेंदबाजों के कमाल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज भारत की झोली में डाल दी. विशाल स्कोर और गेंदबाजों का कमाल देखने के बाद मैच के भारत के पक्ष में आने की बात तो पहले ही तय हो गई. हालांकि जीत इतनी जल्दी मिल जाएगी ये उम्मीद नहीं थी. पहले दो मैच ड्रॉ कराने में कामयाब रही मेहमान टीम तीसरे मैच में बिल्कुल बेबस रही. ना तो उसके बल्लेबाज कोई कमाल दिखा सके और न ही गेंदबाज. पहली पारी में 193 रन बनाने वाली न्यूजीलैंड की टीम दूसरी पारी में केवल 175 रन ही बना सकी. आखिरी खिलाड़ी जब पैवेलियन लौटा तो टीम तय लक्ष्य से 198 रन दूर थी.
भारत की तरफ से दूसरी पारी में हरभजन और ईशांत शर्मा ने 3-3 विकेट लिए जबकि रैना और प्रज्ञान ओझा को दो दो विकेट मिले. पहली पारी में 566 रन का विशाल स्कोर बनाने वाली टीम इंडिया ने मेहमान टीम पर लगातार दबाव बनाए रखा और उन्हें संभलने का कोई मौका दिये बगैर ही मैच अपने नाम कर लिया. कल भारत की पारी का एलान करने के बाद न्यूजीलैंड की टीम ने 24 रन एक विकेट खो कर बनाए. उम्मीद थी कि न्यूजीलैंड के खिलाड़ी पिछले दो मैचों की तरह इस बार भी कड़ी टक्कर देंगे लेकिन ऐसा हुआ नहीं. न्यूजीलैंड के आठ खिलाड़ी आउट हो चुके हैं और स्कोर पहुंचा है अभी सिर्फ 140 पर. हरभजन के दूसरा ने उनकी नाक में दम कर दिया और महज कल के स्कोर में आज बस 18 रन जुड़े थे कि मैकिंटोश एलबीडब्ल्यू आउट हो गए.
इसके बाद मैक्कुलम को प्रज्ञान ओझा ने आउट किया. अभी मैक्कुलम के आउट होने के बाद मेहमान टीम सहज भी नहीं हो पाई थी कि भज्जी का दूसरा एक बार फिर कामयाब हो गया नतीजा हॉपकिंस गंभीर के हाथों में लपक लिए गए. किवी टीम के खाते में तब तक बस 38 रन ही जुड़े थे. इसके बाद गुप्तिल भी बिना कोई रन बनाए ओझा का शिकार बने.
टेलर ने राइडर के साथ मिलकर पारी को संभालने की कोशिश की और टीम का स्कोर 93 तक पहुंचाया लेकिन हरभजन ने उन्हें भी ज्यादा देर नहीं टिकने दिया और वो आउट हो गए. नए बल्लेबाज विलियम्सन इस पारी में भी नाकाम रहे और महज आठ रन बना कर ईशांत शर्मा की गेंद पर आउट हो गए. राइडर और वेटोरी रैना के शिकार बने. आखिर क्रिस मार्टिन और सदी ने क्रीज टिकने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुए. दोनों खिलाड़ियों को ईशांत ने अपना शिकार बनाया और मैच के साथ ही सीरीज पर भी भारत का कब्जा हो गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उभ