मैनचेस्टर यूनाइटेड के खिलाफ खेलेंगे भारत के छेत्री
२२ जुलाई २०१०मैच में वेन रूनी और पैट्रिस एवरा जैसे चेहरे तो नहीं दिखेंगे, लेकिन गिग्स, शोल्स, गैरी नेवेल्स और फैन डर सार खेल रहे होंगे. रेड डेविल्स नाम से मशहूर मैनचेस्टर यूनाइटेड ने इन खिलाड़ियों के खेलने की पुष्टि कर दी है.
इंग्लैंड और यूरोप की सबसे सफल टीमों में गिनी जाने वाली मैनचेस्टर यूनाइटेड अपने देश और यूरोप के लीग मुकाबलों में खेलती है. जबकि अमेरिकी टीम कैनसस सिटी विजार्ड अमेरिकी टूर्नामेंट मेजर लीग सॉकर में. इन दोनों टीमों का वैसे सामना नहीं होता लेकिन दोनों ने एक दोस्ताना मैच खेलने का फैसला किया है.
कैनसस सिटी के मैनेजर पीटर वेर्मेस ने कहा, "सुनील को खेलने का मौका मिले इसकी हमें उम्मीद है. वह काफी मेहनत कर रहे हैं और इस गेम के जरिए वह खुद को आंक सकेंगे कि अंतरराष्ट्रीय स्टार खिलाड़ियों की तुलना में वह कहां हैं."
छेत्री से पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के सिर्फ बाइचुंग भूटिया ही नाम कमा पाए हैं. भूटिया ने मलयेशिया की पेराक और मैनचेस्टर की जूनियर टीम बरी के लिए फुटबॉल खेला है. नेपाली मूल के छेत्री भारतीय नागरिक हैं और उन्होंने मोहन बगान, जेसीटी फगवाड़ा और एससी डेम्पो जैसे क्लबों के लिए फुटबॉल खेला है. इसी साल कैनसस ने उन्हें डेम्पो से खरीदा है. वह पहले भारतीय फुटबॉलर हैं, जो अमेरिका के मेजर लीग सॉकर (एमएलएस) में खेल रहे हैं. मैन-यू के खिलाफ मैच को लेकर छेत्री भी काफी उत्साहित हैं. उनका कहना है, "मैं दुनिया की बेस्ट टीम के साथ खेलने के लिए बहुत उत्सुक हूं."
छेत्री का पहला मैच लैमैर हंट यूएस ओपन कप में 13 अप्रैल को था लेकिन मेजर लीग सॉकर में उन्हें अभी खेलना है. "तीन महीने से मैं यहां हूं और यह सीखने की कड़ी मेहनत कर रहा हूं कि हम यहां कैनसस में कैसा खेल खेलते हैं. मौसम के कारण मुझे परेशानी हो रही है. मैं बहुत उत्सुक हूं सिर्फ अपने लिए नहीं टीम और अमेरिका के लिए भी. मैनचेस्टर यूनाइटेड दुनिया की सबसे अच्छी टीमों में है और उनके साथ खेलना हमारे लिए निश्चित ही अच्छा अनुभव होगा."
स्ट्राइकर के तौर पर खेलने वाले छेत्री भारत के राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के सदस्य हैं. भारतीय कोच बॉब हॉटन का कहना है कि छेत्री एमएलएस सीजन खत्म होने के बाद इस साल के आखिर में टीम में लौट आएंगे. भारत 2011 के एशियन फुटबॉल कप की तैयारी कर रहा है.
एशिया कप क्वालिफिकेशन में छेत्री का रोल बहुत अहम था उन्होंने 2008 में एएफसी चैंलेंज कप फाइनल में हैट ट्रिक लगा कर भारत को जीत दिलाई थी. पिछले 24 साल में पहली बार एशियन कप में भारत जगह बना पाया है. भारत के लिए छेत्री 35 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं और उनके खाते में 16 गोल हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः ए जमाल