मैर्केल और ओबामा ने दिया सहयोग पर जोर
११ नवम्बर २०१०ओबामा ने भेंट से पहले कहा कि जर्मनी और अमेरिका को एक मजबूत सहयोग एक दूसरे के साथ जोड़ता है. उन्होंने कहा कि बातचीत के मुद्दों में संतुलित और स्थिर विकास भी शामिल होगा.
चांसलर मैर्केल ने विश्व की 20 बड़ी आर्थिक सत्ताओं की बैठक में नतीजों को संभव बनाने के लिए दोनों देशों की साझा जिम्मेदारी पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि बैठक से पहले ऐसा संदेश जाना चाहिए "जो विश्व भर में विकास को आगे ले जाए."
इससे पहले चांसलर मैर्केल ने व्यापार संतुलन में निर्यात के लाभ को सीमित करने की अमेरिकी मांग ठुकरा दी. जर्मनी ने धीमी चल रही अमेरिकी अर्थव्यवस्था में गति लाने के लिए उसमें अरबों डॉलर झोंकने के रिजर्व बैंक फेड के फैसले की भी आलोचना की है.
इसके विपरीत भारत ने अमेरिका में मांग बढ़ाने के कदम को सही ठहराया है. भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी सियोल में जी-20 की बैठक में भाग ले रहे हैं.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने जी-20 नेताओं से अपील की है कि वे अपने फैसलों में गरीबों को न भूलें. उन्होंने कहा, "अर्थव्यवस्था के स्वस्थ होने की प्रक्रिया धीमी है. साढ़े छह करोड़ लोग भूखमरी के शिकार हैं."
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एन रंजन