सफलता के लिए मैर्केल का मंत्र
२९ जनवरी २०१४जर्मनी का मानना है कि आर्थिक संकट झेल रहे देश उससे सीख सकते हैं. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने तीसरी बार सत्ता संभालने के बाद संसद में अपने पहले भाषण में यह सलाह दी. उन्होंने अपनी पुरानी और नई दोनों राजनीति की तारीफ की.
केसरिया रंग की जैकेट पहने मैर्केल के भाषण में कई बार तालियां बजीं और कई बार ठहाके भी लगे. बुधवार को जर्मन संसद यानि बुंडेसटाग में उन्होंने अपनी 20वीं सदी के शुरुआती हालात से की, "उस समय जर्मनी यूरोप का बीमार देश था. उस समय के आंकड़ों के मुताबिक 50 लाख लोग बेरोजगार थे. आज उसमें 20 लाख कम हुए हैं." इसलिए उस समय की आर्थिक नीतियां "पुराने ढर्रे" की कही जाती थीं. आज हम जानते हैं, " जर्मनी की हालत अब तक की सबसे अच्छी है."
मैर्केल के मुताबिक अर्थव्यवस्था का विकास हुआ है, लोग आशा से भविष्य की ओर देख रहे हैं. ऐसा बर्लिन दीवार गिरने के बाद से अभी तक नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि जर्मनी "विकास की मोटर" और "स्थिरता का आसरा" है. चांसलर मैर्केल ने कहा कि जर्मनी अपना घाटा उतारने की कोशिश कर रहा है. एसपीडी और सीडीयू के महागठबंधन की प्रतिबद्धता है कि वह "सिर्फ किसी तरह संकट से बाहर नहीं निकलेगा, बल्कि पहले से मजबूत हो कर आएगा."
संतुलित वित्त बाजार
अपनी नीति का स्रोत उन्होंने आजादी, न्याय व्यवस्था और आर्थिक मजबूती को बताया और मजबूत वित्त, निवेश और समाज की एकता और क्षमता की मजबूती को सरकार के लक्ष्य के तौर पर सामने रखा है ताकि "यूरोप और दुनिया में हम जिम्मेदारी उठा सकें." मैर्केल को पूरा विश्वास है कि जर्मनी की बेहतरी तभी हो सकती है जब यूरोप में हालात अच्छे हों. मैर्केल ने कहा कि 2015 में जर्मनी कोई नया घाटा नहीं होने देगा. घरेलू हालात अच्छे होने के लिए उन्होंने बढ़ती अर्थव्यवस्था को कारण बताया, जिसके कारण टैक्स बढ़े. हालांकि मैर्केल ने कर की दर बढ़ाने से इनकार किया है.
जर्मनी में कुशल कामगारों की कमी गठबंधन सरकार इस क्षेत्र के लोगों को बुला कर पूरा करना चाहती है. साथ ही 2016 से शेयर बाजार में पंजीकृत कंपनियों के बोर्ड में महिलाओं के लिए 30 प्रतिशत नौकरियों के आरक्षण का कानून लागू हो जाएगा. मैर्केल ने कहा, "सालों से चली आ रही बहस का कोई फायदा नहीं हुआ इसलिए हमें यह कदम उठाना पड़ा है."
इंटरनेट पर जोर
एक घंटे के भाषण में मैर्केल काफी देर तक अमेरिकी सुरक्षा एजेंसी एनएसए की इंटरनेट जासूसी पर बोलती रहीं. लेकिन उन्होंने कहा कि इस सबके बावजूद इंटरनेट एक बड़ी संभावना है, "हम अपराधों के कारण होने वाले आंतरिक नुकसान और बाहर से होने वाले अपारदर्शी नियंत्रण से सुरक्षा चाहते हैं." उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में डिजिटल एजेंडा बनाया जाएगा. यूरोपीय स्तर पर जर्मनी का डेटा सुरक्षा मानक कमजोर नहीं होना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि आंतरिक सुरक्षा एजेंसी बीएनडी देश की सुरक्षा और उसकी जनता के लिए जरूरी है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर साथ काम करना भी आवश्यक है. अमेरिकी एजेंसी एनएसए मामले पर उन्होंने कहा कि तुलनात्मकता का सवाल है हालांकि मित्र देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों की जासूसी करने की उन्होंने आलोचना की. लेकिन यह भी कहा कि आलोचना के बावजूद जर्मन अमेरिकी साझेदारी बहुत अहम है.
रिपोर्टः मार्सेल फुर्स्टेनाऊ/एएम
संपादनः ए जमाल