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मैर्कोलांद: फ्रांस जर्मनी का नया समीकरण

१४ मई २०१२

फ्रांस के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति फ्रांसोआ ओलांद पद संभालने के तुरंत बाद जर्मनी आएंगे और चांसलर अंगेला मैर्केल से मिलकर वित्तीय संकट पर बातचीत करेंगे. चांसलर ने इस भेंट से पहले अच्छे सहयोग की उम्मीद जताई है.

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मैर्कोलांदतस्वीर: picture-alliance/dpa

चांसलर मैर्केल ने अपने साप्ताहिक वीडियो संदेश में कहा है, "हम संघीय जर्मनी के बनने के समय से ही जानते हैं, कि अच्छे जर्मन-फ्रांसीसी रिश्ते दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं." अंगेला मैर्केल और फ्रांसोआ ओलांद अब तक पहले कभी नहीं मिले हैं. चुनाव प्रचार के दौरान अंगेला मैर्केल ने सारकोजी को नुकसान न पहुंचाने के उद्देश्य से ओलांद के बर्लिन आने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था.

फ्रांसोआ ओलांद ने राष्ट्रपति चुनावों के दौरान निकोला सारकोजी और अंगेला मैर्केल के विपरीत कड़ी बचत नीति का विरोध किया था और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की वकालत भी की. चुनाव प्रचार के दौरान सारकोजी की मदद कर रही मैर्केल ने सरकारी मदद पर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने से मना कर दिया था. यूरोपीय संसद के जर्मन अध्यक्ष मार्टिन शुल्त्स ने उम्मीद जताई है कि दोनों पक्ष यूरोपीय राजकोषीय संधि पर अपने विवादों का निबटारा कर लेंगे.

अपने साप्ताहिक संदेश में अंगेला मैर्केल ने कहा है कि उन्हें खुशी है कि वे मंगलवार को ओलांद का नए फ्रांसीसी राष्ट्रपति के रूप में स्वागत कर पाएंगी. उन्होंने कहा, "यह जान-पहचान करने की बातचीत होगी, लेकिन मैं मानती हूं कि उससे अच्छे सहयोग का विकास होगा." सोशलिस्ट पार्टी के ओलांद मंगलवार को रुढ़िवादी राष्ट्रपति निकोला सारकोजी से फ्रांस की बागडोर लेंगे. पद संभालने का समारोह समाप्त होते ही वे पहले विदेशी दौरे पर बर्लिन के लिए रवाना हो जाएंगे.

ओलांद बजट घाटा के कड़े नियमों वाली यूरोपीय संधि में सरकारी मदद से आर्थिक विकास का तत्व जोड़ना चाहते हैं. वे पहले से ही इस संधि का विरोध करते रहे हैं. लेकिन मैर्केल इस संधि पर फिर से सौदेबाजी नहीं चाहती हैं. कुछ देश इस बीच उसका अनुमोदन भी कर चुके हैं. पुरानी यूरोपीय स्थिरता संधि में भी बजट घाटे पर सकल राष्ट्रीय उत्पाद के तीन प्रतिशत की सीमा थी, लेकिन आर्थिक मुश्किलों की स्थिति में जर्मनी और फ्रांस दोनों ने ही इससे ज्यादा कर्ज लिया है. इसकी वजह से से उनके खिलाफ ईयू की अनुशासन कार्रवाई भी शुरू की गई थी.

Francois Hollande
राष्ट्रपति फ्रोंसुआ ओलांद शपथ के बाद बर्लिन आएंगेतस्वीर: dapd

पद संभालने से पहले ही जर्मनी के विदेशमंत्री गीडो वेस्टरवेले ने ओलांद को याद दिलाया है कि फ्रांस को संधि की जिम्मेदारियों को पूरा करना होगा. उन्होंने कहा है, "जहां तक बजट संधि का मामला है वह तय है." आर्थिक विकास कार्यक्रमों पर बातचीत की तैयारी दिखाते हुए वेस्टरवेले ने कहा, "यह कर्ज पर आधारित नहीं होना चाहिए, बल्कि उसे प्रतिस्पर्धा और संरचनात्मक सुधारों का नतीजा होना चाहिए."

जर्मनी के वित्त मंत्री वोल्फगांग शौएब्ले ने भी दौरे से पहले सरकार के कड़े रुख को दुहराया है.

यूरोपीय संसद के प्रमुख मार्टिन शुल्त्स ने कहा है कि बजट को ठोस बनाने वाली संधि तभी कामयाब हो सकती है जब उसके साथ विकास संधि भी खड़ी की जाए. उन्होंने कहा, "विकास और रोजगार संधि का बजट संधि के अंदर होना जरूरी नहीं है, लेकिन उसे समान अधिकार वाला होना चाहिए." जर्मनी के सोशल डेमोक्रैटिक नेता शुल्त्स ने भरोसा जताया कि ओलांद और मैर्केल के बीच अब तक के मतभेदों को पाटा जा सकेगा. "बर्लिन और पैरिस वह धुरी है जिसपर यूरोपीय एकता टिकी है, इसे ओलांद और मैर्केल भी जानते हैं."

फ्रांसोआ ओलांद के सलाहकार पियर मस्कोविची ने कहा है, "जर्मन फ्रांसीसी दोस्ती राजनीतिक परिवर्तन से ज्यादा अहम है. यह हमेशा आसान नहीं होता, लेकिन हमें समझौता करना होगा. मुझे उम्मीद है कि हमेशा की तरह यह संभव होगा."

उन्होंने कर्ज लेकर आर्थिक विकास कार्यक्रम चलाने से मना कर दिया है और कहा है कि जर्मनी बजट संधि में कोई कटौती मानने के लिए तैयार नहीं है. उन्होंने कहा "यह सामान्य बात है कि तय समझौते चुनावों के बाद भी वैध रहते हैं. यह बात बजट संधि के लिए भी लागू है."

एमजेएएम (एएफपी, डीपीए)

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