युद्धपोतों से झगड़े में उलझे भारत-पाकिस्तान
१९ जून २०११दोनों देशों ने एक दूसरे की नौसेना पर खतरनाक दांव चलने का आरोप लगाया है. पहले पाकिस्तान की ओर से भारतीय नौसेना की आलोचना की गई. पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा कि उनका युद्धपोत पीएनएस बाबर मिस्र के जहाज एमवी स्वेज को बचाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन इसी बीच भारतीय युद्धपोत आईएनएस गोदावरी भी वहां पहुंचा. आरोप है कि आईएनएस गोदावरी ने बचाव के काम में बाधा डाली और खतरनाक दांव चले.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, भारतीय नौसेना के युद्धपोत ने "न सिर्फ पाकिस्तानी नौसेना के पोत बाबर के मानवीय अभियान में बाधा डाली बल्कि खतरनाक दांव भी चले, जिसकी वजह दोनों जहाज एक दूसरे से रगड़ गए. भारत सरकार से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि भविष्य में ऐसी घटना न घटे."
शाम होते होते पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के इन आरोपों का जवाब भारत ने भी दिया. भारत ने विरोध दर्ज कराते हुए पाकिस्तानी युद्घपोत को टक्कर के लिए जिम्मेदार ठहराया. भारतीय रक्षा मंत्रालय ने इस संबंध में पाकिस्तानी उच्चायोग के नौसेना सलाहकार को तलब किया. भारतीय नौसेना के एक अधिकारी ने कहा, "आईएनएस गोदावरी के आक्रामक रुख की रिपोर्टें सही नहीं है और ये गलत जानकारी पर आधारित हैं."
दोनों देशों ने एक दूसरे पर समुद्र में टक्कर रोकने के अंतरराष्ट्रीय नियामक की धारा 10 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक 1991 में भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य अभ्यास, दांव और सेना की आवाजाही को लेकर हुए करार में बाहरी समुद्र में आईएनएस गोदावरी का भी जिक्र है. विदेश मंत्रालय ने कहा, "पीएनएस बाबर ने जोखिम भरे दावों में आईएनएस गोदावरी और उसके चालक दल की सुरक्षा खतरे में डाली."
मिस्र के मालवाहक जहाज एमवी स्वेज पर चालक दल के 22 सदस्य थे. इनमें चार पाकिस्तान के और छह भारतीय थे. इसी हफ्ते एमवी स्वेज के अपहर्ताओं को दो अरब डॉलर चुकाए गए.
रिहा होने के बाद जहाज को पाकिस्तानी नौसेना सुरक्षा दे रही थी. इसी दौरान एमवी स्वेज की सुरक्षा के लिए भारतीय सेना के युद्धपोत को भी भेजा गया. जहाज के चालक दल के पाकिस्तानी सदस्यों ने आईएनएस गोदावरी के मदद की पेशकश का जवाब नहीं दिया. एमवी स्वेज अब अपने रास्ते पर है लेकिन इसके चक्कर में भारत और पाकिस्तान का कूटनीतिक झगड़ा शुरू हो गया है. दोनों देशों के बीच 24-25 जून को इस्लामाबाद में सचिव स्तर की वार्ता इस विवाद के साए में शुरू होगी.
रिपोर्ट: पीटीआई/ओ सिंह
संपादन: उभ