यूरोप में ज़बरदस्त तूफ़ान, 50 की मौत
२८ फ़रवरी २०१०अटलांटिक महासागर की ओर से उठे इस तूफ़ान को 'क्सिंथिया' का नाम दिया गया है और इसने फ़्रांस और स्पेन के पश्चिमी तटों पर जम कर उत्पात मचाया. इसके बाद ख़राब मौसम ने पुर्तगाल, नीदरलैंड और यहां तक की जर्मनी को भी अपने लपेटे में ले लिया.
तूफ़ान से जान माल का सबसे ज़्यादा नुक़सान फ़्रांस में हुआ है जहां 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से तेज़ हवाएं चलीं जबकि समुद्री लहरें 26 फ़ीट तक उछलीं.
विकट हालात को देखते हुए लोग अपनी जान बचाने के लिए घर की छतों पर चढ़ गए. फ़्रांस के प्रधानमंत्री फ़्रैंकोइस फ़िलन ने कहा है कि तूफ़ान को जल्द ही प्राकृतिक आपदा करार दिया जाएगा और जिन लोगों को नुक़सान उठाना पड़ा है उन्हें मदद देने के लिए राहत कोष बनाया जाएगा.
रिपोर्टों के मुताबिक़ फ़्रांस में 40 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई है. आम लोगों का कहना है कि तूफ़ान की चेतावनी तो उन्हें दी गई थी लेकिन उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि यह इतना घातक साबित होगा.
समुद्री तट के पास जिन लोगों के घर थे उनके घरों तक पानी पहुंच गया, घरों के शीशे टूट गया, कई लोग बेघर हो गए हैं. बहुत से लोग जब रात में उठे तो उन्होंने देखा कि घर में पानी भरा हुआ है. जान बचाने के लिए छतों पर चढ़े लोगों ने आठ घंटे तक मदद का इंतज़ार किया.
फ़्रांस में ज़्यादातर नुक़सान तटीय इलाक़ों वेन्दे और शार्नेट मेरीटाइम में हुआ है. राहत कार्य के लिए हेलीकॉप्टर और नावों का इस्तेमाल किया गया. राष्ट्रपति निकोला सारकोज़ी ने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है.
फ़्रांस में बिजली के खंभों के गिरने से 10 लाख घरों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है. कंपनी का कहना है कि बिजली व्यवस्था के बहाल होने में अभी काफ़ी दिन लग सकते हैं. शनिवार को शॉल द गॉल हवाई अड्डे पर क़रीब 25 उड़ानों को रद्द करना पड़ा लेकिन अब हवाई सेवा सामान्य हो गई है.
जर्मनी में भी तूफ़ान ने ब्लैक फ़ॉरेस्ट, बर्गहाइम और फ़्रैंकफ़र्ट के आस पास के इलाक़ों में अपना क़हर बरपाया. यहां दो लोगों की मौत की ख़बर है. स्पेन में भी एक कार पर पेड़ गिरने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि 82 साल की महिला दीवार ढहने से मारी गई. पुर्तगाल में एक बच्चे की और बेल्जियम में एक व्यक्ति को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह