रिसाइक्लिंग की मजेदार दुनिया
इस्तेमाल की गई चीजों के दोबारा इस्तेमाल को लेकर बहस लंबे वक्त से चल रही है. सही तरीके से करें तो यह तकनीक काफी काम आ सकती है. तस्वीरों में देखते हैं कि आखिर रीसाइक्लिंग की जरूरत क्या है और उनसे क्या कुछ तैयार हो सकता है.
सुंदर थैला
प्लास्टिक के दोबारा इस्तेमाल को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी होती है. लेकिन अगर इसका सही इस्तेमाल कर लिया जाए, तो इस तरह के खूबसूरत थैले बन सकते हैं, जैसे कि जमाइका की एक महिला ने बना डाले.
जर्मनी की मिसाल
रिसाइक्लिंग को लेकर जर्मनी बेहद संजीदा मुल्क है. यहां काफी अर्से से कचरे को फेंकने की खास व्यवस्था है. खास तरह का कूड़ा खास बक्से में जाता है. पीला प्लास्टिक का, नीला कागज का और इसी तरह दूसरे रंगों के बक्से.
बोतल दो, पैसे लो
रिसाइक्लिंग को लेकर जो कुछ समझदारी वाले कदम हैं, उनमें बोतलों की खरीद के साथ कुछ डिपॉजिट ले लिया जाता है. इस पैसे को उस वक्त वापस किया जाता है, जब बोतल खास बक्सों में वापस किए जाएं.
कचरे की छंटाई
जर्मनी जैसे कुछ चुनिंदा देशों में कचरे को लेकर अहम कदम उठाए जाते हैं. इनमें कचरों की छंटाई भी जरूरी है, इसके बाद अलग अलग कचरों को रिसाइक्लिंग के लिए अलग अलग जगहों पर भेजा जाता है.
हजारों साल बेकार
अगर प्लास्टिक को बिना सोचे समजे फेंक दिया जाए, तो यह हजारों साल तक यूं ही पड़ी रहती है. लेकिन अगर इसका सही इस्तेमाल कर लिया जाए, तो इस तरह के कटोरे भी तैयार हो सकते हैं.
प्लास्टिक ही प्लास्टिक
मौजूदा वक्त में बिना प्लास्टिक के काम नहीं चल सकता. लेकिन भारत और चीन जैसे देशों में इसके निपटारे की सही व्यवस्था नहीं हो पाई है. नतीजा, कई जगहों पर प्लास्टिक के ऐसे ढेर जमा हैं. अगर इनकी सही ढंग से रिसाइक्लिंग की जाए, तो हल निकल सकता है.
अपसाइक्लिंग
और सिर्फ रिसाइक्लिंग ही क्यों, अब तो अपसाइक्लिंग का चलन है. यूक्रेन के एक कलाकार ने बेकार कागजों से रोशनी की कुछ ऐसी तस्वीर बना डाली.
गत्ते की साइकिल
अगर थोड़ी क्रिएटिविटी दिखाई जाए, तो क्या कुछ नहीं हासिल हो सकता. इस्राएल के इस कलाकार ने गत्ते से पूरी साइकिल तैयार कर दी.