1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

रुश्दी के उपन्यास पर फिल्म की शूटिंग पूरी

१९ मई २०११

मशहूर लेखक सलमान रुश्दी के उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन पर आधारित फिल्म विंड्स ऑफ चेंज की श्रीलंका में शूटिंग खत्म हो गई है. कट्टरपंथियों के विरोध के डर से बेहद गोपनीय तरीके से शूटिंग हुई. 2012 के शुरू में रिलीज होगी.

https://p.dw.com/p/11JhQ
Der aus Indien stammender britischer Schriftsteller Salman Rushdie, Ehrengast bei der Bukarester Buchmesse Gaudeamus 2009.
तस्वीर: DW/Cristian Stefanescu

मिडनाइट्स चिल्ड्रन उपन्यास का मुख्य किरदार सलीम सिनाई है और उसके जरिए आजादी से पहले और बाद के भारतीय इतिहास को बताया गया है. 1993 में इस उपन्यास को बुकर ऑफ बुकर्स पुरस्कार से नवाजा गया. 600 पन्नों के इस उपन्यास को लोगों ने हाथोंहाथ लिया और 1981 में इसके लिए रुश्दी को बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया. उपन्यास इतना जटिल है कि इसे फिल्मी पर्दे पर उतारा जाना टेढ़ी खीर समझा जा रहा था लेकिन दीपा मेहता ने इस चुनौती को स्वीकार किया.

फिल्म का नाम विंड्स ऑफ चेंज है और इसे 2012 के शुरू में रिलीज किए जाने की योजना है. फिल्म की स्क्रिप्ट सलमान रुश्दी ने लिखी है और कलाकारों के नामों पर अंतिम मुहर उन्होंने ही लगाई. फिल्म में राहुल बोस, शहाना गोस्वामी और सीमा बिश्वास हैं. सलीम सिनाई का किरदार सत्य भाभा निभा रहे हैं और यह उनकी पहली फिल्म है.

निर्देशक दीपा मेहता फायर, अर्थ और वॉटर फिल्म बना चुकी हैं. फायर और वॉटर के लिए उन्हें कड़े विरोध का सामना करना पड़ा. फिल्म की शूटिंग श्रीलंका में करने की वजह दीपा मेहता बताती हैं कि पाकिस्तान में उन्हें सलमान रुश्दी और भारत में अपने विरोध का डर रहा. भारत में हिंदू कट्टरंपथियों ने फायर और वॉटर फिल्म पर मेहता के खिलाफ प्रदर्शन किए.

Novelist Salman Rushdie ponders a reporter's question during a tour of an exhibit of his papers at Emory University in Atlanta, Tuesday, Feb. 23, 2010. Rushdie, who is in the middle of a five-year stint as a distinguished lecturer at the Atlanta university, has donated his personal papers to Emory's special collections library. The university has created an exhibit from the manuscripts, letters and photographs that will run through September. (AP Photo/John Bazemore)
तस्वीर: AP

रुश्दी के उपन्यास द सेटेनिक वर्सेज की मुस्लिम जगत में भारी निंदा हुई और 1989 में ईरान के सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातोल्लाह खुमैनी ने रुश्दी की मौत का फतवा जारी कर दिया. इसी फतवे की वजह से रुश्दी को लंबे समय तक छिप कर पुलिस सुरक्षा में रहना पड़ा. दीपा मेहता को भी भारत में हिंदू कट्टरपंथियों का विरोध झेलना पड़ा, जब उन्होंने फायर फिल्म बनाई. इस फिल्म में दो महिलाओं में समलैंगिक संबंधों को दिखाया गया.

कलाकारों और फिल्म से जुड़े अन्य सदस्यों से जानकारी गोपनीय रखने का करार किया गया ताकि शूटिंग की बात लीक न हो सके, लेकिन फिर भी यह जानकारी ईरान तक पहुंच गई जिससे शूटिंग के जारी रहने पर खतरा मंडराने लगा. ईरान के नाराजगी जताने पर श्रीलंकाई अधिकारियों ने फिल्म शूटिंग को दी गई अनुमति वापस ले ली जिससे दीपा मेहता सकते में आ गई. दीपा मेहता ने श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे से अपील की जिसके बाद उन्होंने शूटिंग जारी रखने की इजाजत दे दी. मेहता के मुताबिक राष्ट्रपति राजपक्षे ने दोनों पक्षों की राय सुनी और फिर हरी झंडी दी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी