रूसी राष्ट्रपति मेदवेदेव के ब्लॉग पर हमला
८ अप्रैल २०११लाइवजर्नल वेबसाइट पर मौजूद मेदवेदेव का ब्लॉग सेवा उपलब्ध नहीं नामक हमले का शिकार बना. बाद में उन्होंने अपने ब्लॉग पर लिखा, "मुझे लाइवजर्नल पर हमले के बारे में काफी शिकायतें मिली हैं. एक सक्रिय यूजर होने के नाते मैं इस कार्रवाई को अवैध और क्रांतिकारी मानता हूं. जो हुआ है, उस बारे में लाइव जर्नल के प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों को जांच करनी चाहिए."
मॉस्को की कंपनी सप मीडिया लाइवजर्नल चलाती है. उसने खुशी जताई है कि राष्ट्रपति मेदवेदेव ने साइबर हमले की आलोचना की है.
गुरुवार को एक विपक्षी अखबार नोवाया गजेता की वेबसाइट पर भी वैसा ही हमला हुआ. एंटी वायरस विशेषज्ञ आलेक्सांद्र गोस्तेव ने बताया कि काफी देर तक अखबार की वेबसाइट को खोला नहीं जा सका.
मशहूर है इंटरनेट
रूस के राष्ट्रपति इंटरनेट का खूब इस्तेमाल करते हैं. आईटी के तो वह चैंपियन हैं. रूस ने इंटरनेट पर ज्यादा पाबंदियां नहीं लगाई हैं. हालांकि विश्लेषकों का मानना है कि सरकार में मौजूद कुछ कट्टरपंथी और सुरक्षा एजेंसियां चीन जैसी पाबंदियां लागू करना चाहते हैं.
फरवरी में एक अखबार को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री व्लादीमीर पुतिन के एक प्रभावशाली डिप्टी ने कहा था कि मिस्र में क्रांति के लिए गूगल के मैनेजर जिम्मेदार हैं.
रूस में इंटरनेट को काफी आजादी है और अक्सर इस पर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और रूस के बड़े लोगों की तीखी आलोचना देखने को मिलती है. लाइवजर्नल पर ही 47 लाख ब्लॉगर हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः ईशा भाटिया