रूस-नाटो सैन्य सहयोग पर रोक
२२ अगस्त २००८रूस और पश्चिमी देशों के बीच बढ़ रहा तनाव अब अगले पड़ाव पर पहुंच गया है. नाटो के मुताबिक रूस ने उसके साथ सैन्य सहयोग पर रोक लगा दी है. नाटो की प्रवक्ता कार्मेन रोमेरो ने गुरूवार को बताया कि नाटो को सैनिक सूत्रों से सूचना मिली है कि रूसी रक्षा मंत्रालय ने फैसला लिया है कि आदेश मिलने तक, नाटो के साथ सभी अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग कार्य रोक दिये गये हैं.
रोमेरो ने बताया कि रूस के फैसले के बारे में उन्हें पता चल चुका है. लेकिन साथ ही उन्होंने पत्रकारों को बताया कि इस हफ्ते नाटो विदेश मंत्रियों की बैठक में पहले से ही सहमति हो गई थी कि जब तक रूस जॉर्जिया से अपने सैनिक हटा नहीं लेता उसके साथ संबंध सामान्य नहीं होंगे.
रूस-नाटो परिषद
2002 में रूस और नाटो के बीच सैन्य सहयोग शुरू हुआ था जिसका लक्ष्य था शीत युद्ध के बाद दोनों के बीच संवाद को बढ़ावा देना. इसके लिए एक परिषद का भी गठन किया गया था. अब से पहले दोनों के बीच संबंध इतने तनावपूर्ण नहीं रहे हैं. लेकिन इस तनाव के बावजूद दोनों पक्ष कह रहे हैं कि वे सहयोग बहाल करना चाहते हैं बशर्ते, दोनों अपने आप को साबित करें.
अफगानिस्तान में नाटो को रूस की ज़रूरत है-लावरोव
इस बीच रूसी विदेश मंत्री सैर्गेई लावरोव ने कहा है कि तनाव के बावजूद दोनों पक्षों को एक दूसरे की ज़रूरत है. अफगानिस्तान में जारी मिशन के अंतर्गत इस समय उसके सैनिक दस्ते और सामग्री रूस से होकर गुज़रते हैं.
लावरोव ने बताया कि नाटो को अपनी प्राथमिकता तय करना होगा कि अगर "रूस के साथ सैनिक सहयोग के बजाय वह साकाश्विली की दिवालिया हो चुकी सरकार का समर्थन करता है तो रूस इसके लिए ज़िम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता."
बुश का जॉर्जिया को समर्थन
अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने जॉर्जिया के राष्ट्रपति मिखाइल साकाश्विली से टेलिफोन पर बात की है और उम्मीद जताई है कि रूस अपना वादा पूरा करेगा और जॉर्जिया से तुरंत सैनिक हटा लेगा.
वाइट हाउस के प्रवक्ता गॉर्डन जॉनड्रो ने कहा कि बुश चाहते हैं कि "रूस की जॉर्जिया में सैनिक कार्रवाई तुरंत समाप्त हो."
जॉर्जिया से निकलने में 10 दिन लग सकते हैं- रूस
रूसी समाचार एजैंसियों के अनुसार सेना के एक वरिष्ठ कमांडर, जनरल व्लादिमीर बोल्दिरेव का कहना है कि जॉर्जिया से पीछे हटने के लिए रूसी सैनिकों को दस दिन लग सकते हैं. यह अभी स्पष्ट नहीं है कि रूसी राष्ट्रपति दिमित्री मेद्वेदेव का शुक्रवार तक सेना वापस बुलाने का वादा, इस कथन के साथ कैसे मेल खाता है.
मेदेवेदव ने वादा किया था कि जॉर्जिया से सेना वापस बुला ली जाएगी लेकिन 500 सैनिक दक्षिण ओसेतिया के न्यूट्रल ज़ोन में तैनात रहेंगे. दिलचस्प बात यह है कि जनरल बोल्दिरेव ने इन सैनिकों का कोई ज़िक्र नहीं किया.