रेगिस्तान में तूफान लाना चाहते हैं पाक बॉलर
१७ अक्टूबर २०११मिस्बाह ने डॉयचे वेले के साथ खास इंटरव्यू में कहा, "इसमें कोई शक नहीं कि वहां गेंदबाजों के लिए मुश्किल स्थिति है. लेकिन जिस तरह का हमारा आक्रमण है, वहाब रियाज और उमर गुल के अलावा दोनों स्पिनर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, तो मुझे लगता है कि हम अच्छा करेंगे. हालांकि बहुत कुछ हमारी फील्डिंग और बैटिंग पर भी निर्भर होगा."
पिछले साल इंग्लैंड में स्पॉट फिक्सिंग की वजह से पाकिस्तान के कप्तान सलमान बट को निलंबित किया गया, जिसके बाद मिस्बाह ने टेस्ट टीम की बागडोर संभाली है. उन्होंने न्यूजीलैंड और जिम्बाब्वे के खिलाफ टीम को जीत दिलाई है, जबकि दक्षिण अफ्रीका और वेस्ट इंडीज जैसी ताकतवर टीमों के खिलाफ टीम ड्रॉ खेलने में कामयाब रही है.
इन कामयाबियों के बाद मिस्बाह को लगता है कि श्रीलंका के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा. उनका कहना है कि श्रीलंकाई टीम में अब पहले जैसी बात नहीं है, "मुरलीधरन वर्ल्ड क्लास बॉलर थे और अपने दम पर ही टीम को जिता ले जाते. उससे पहले चामिंडा वास भी बेहतरीन गेंदबाज थे. इस बात में शक नहीं कि उनके जाने के बाद श्रीलंका को नुकसान हुआ है क्योंकि एक मैच में 10-10 या 11-11 विकेट लेने वाला गेंदबाज अगर न हो तो टीम पर इसका असर पड़ता ही है."
दमदार पाक टीम
37 साल के मिस्बाह के अलावा अनुभवी यूनुस खान भी टीम में हैं, जबकि युवा मोहम्मद हफीज और अजहर अली भी अच्छी बल्लेबाजी करने का दम खम रखते हैं. जहां तक गेंदबाजी का सवाल है, स्पॉट फिक्सिंग का मुकदमा झेल रहे मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ तो टीम में नहीं हैं लेकिन वहाब रियाज और उमर गुल इस कमी को दूर कर सकते हैं.
जहां तक श्रीलंका की टीम का सवाल है, मुरली के संन्यास के बाद से टीम ने कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है. अलबत्ता इस दौरान उन्होंने तीन मैच गंवाए जरूर हैं. मुरली 800 विकेट लेने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से विदा हो चुके हैं. हाल में वर्ल्ड कप फाइनल में हार के बाद कुमार संगकारा को कप्तानी भी छोड़नी पड़ी है और अब टीम की कमान 34 साल के तिलकरत्ने दिलशान पर है.
दिलशान के अलावा टीम में संगकारा और महेला जयवर्धने के तौर पर शानदार गेंदबाज हैं, जबकि एंजेलो मैथ्यूस, तरंगा परावितर्ना और प्रसन्ना जयवर्धने भी अच्छा खेल दिखा सकते हैं.
पाकिस्तान पर पाबंदी
पाकिस्तान चाहता था कि श्रीलंका की टीम उनका दौरा करे लेकिन पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर पाबंदी लगी है. लगभग ढाई साल पहले श्रीलंका की ही राष्ट्रीय टीम पर लाहौर में कातिलाना हमला हुआ था, जिसके बाद श्रीलंका की टीम दौरा बीच में छोड़ कर चली गई और उसके बाद आईसीसी ने वहां कोई भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कराने से इनकार कर दिया. इसी वजह से पाकिस्तान से वर्ल्ड कप की मेजबानी भी छिन गई और वहां खेले जाने वाले मैच भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में बांट दिए गए.
हालांकि इसके बाद से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कई बार कोशिश की है कि उनके मैदानों पर अंतरराष्ट्रीय मैच कराए जाएं लेकिन उन्हें इसमें सफलता नहीं मिली. हाल के दिनों में पाकिस्तान क्रिकेट अपने खराब मैनेजमेंट और मैच फिक्सिंग के विवाद की वजह से भी बदनाम हुआ है. पाकिस्तान इस बीच अपने घरेलू मैच किसी तीसरे देश में खेल रहा है.
विवादों में घिरा पीसीबी
पाकिस्तान के बेहतरीन क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने पिछले दिनों पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) से नाराज होकर इस्तीफा दे दिया, जबकि कई वरिष्ठ खिलाड़ियों पर कार्रवाई की गई. इस दौरान 2010 में स्पॉट फिक्सिंग कांड ने भी खूब बवाल मचाया. इसमें एक ब्रिटिश अखबार ने स्टिंग ऑपरेशन करके यह साबित किया कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने पैसे लेकर खास वक्त पर नो बॉल फेंकी. उस वक्त के कप्तान सलमान बट के अलावा मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई चल रही है, जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने तीनों को भारी सजा दी है.
इन सबके बीच मिस्बाह उल हक टीम को फिर से उबारने की कोशिश कर रहे हैं और श्रीलंका के खिलाफ पहला टेस्ट मैच 18 अक्तूबर से अबु धाबी में शुरू होगा.
रिपोर्टः तारिक सईद (लाहौर)/ए जमाल
संपादनः ए कुमार