रोबोट जगाएगा बच्चों के लिए प्यार
१२ मार्च २०१०नीली आंखों और चबी गाल वाला एक जापानी रोबोट इंजीनियरिंग के कुछ छात्रों ने डिज़ाईन किया है. इसका प्रोग्रामिंग कुछ ऐसा है कि यह सचमुच के बेबी का एहसास दिलाता है. योतारा नाम का रोबोट एक बच्चे की तरह ही चुलबुला, हाथ पैर हिलाने और रोने वाला है. इंजीनियरिंग के छात्रों को उम्मीद है कि इससे जापानी समाज में बच्चों के लिए फिर से आकर्षण बढ़ सकेगा. जापान तेज़ी से बूढ़ा होते जा रहा समाज है.
जापान के त्सुकुबा में रोबोटिक्स एंड बिहेवियरल साइंस के हिरोकी कुनीमारा ने बताया, "योतारो एक रोबोट है बिलकुल सचमुच की बेबी जैसा."
योतारो का चेहरा नरम सिलिकॉन से बनाया गया है और हल्के गुलाबी रंग का है. इसे चालू करने के लिए इसकी पीठ पर एक कनेक्शन है जिसे कंप्यूटर से जोड़ा जाता है फिर यह रोता है, हंसता है, जबकि एक स्पीकर में बच्चे के खिलखिलाने की आवाज़ें सुनाई देती हैं.
जब बेबी रोबोट के शरीर के अलग अलग हिस्सों और उसके चेहरे को अलग अलग जगह छुआ जाता है तो उसके चेहरे हाव भाव बदलते हैं और वह हाथ पैर हिलाता है. योतारो के हाथ पैर हिलाने गति और तरीका छूने वाले के दबाव से निर्धारित होता है.
इस रोबोट को बनाने वाले छात्रों का कहना है कि "हमने नवाजत शिशु का रोबोट बनाने के बारे में सोचा जिसने अभी भाषा नहीं सीखी है क्योंकि एक नवजात के लिए सभी लोगों की भावनाएं स्नेह एक जैसा होता है. लेकिन जब भाषा बीच में होती है तो बातचीत या समझना आसान हो जाता है."
बेबी बोट नाम का ये रोबोट 20 इंच और साढ़े तीन किलो का है. इसमें 22 मोटरें और 90 सेंसर लगाए गए हैं. जब इसे घुटने के बल चलने का आदेश दिया जाता है तो वह अपने हाथ और पैरों को इस तरह से उठाता है जैसे वह घुटने के बल आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा हो.
जापान ज़हीन रोबोट्स बनाने के लिए बहुत मशहूर है. चाहे वह होंडा का ह्यूमेनॉइड आसिमो हो चाहे पैनैके फ़्लिपिंग चीफ़ मोटोमैन. या फिर बात हो फ़्लफ़ी सील रोबोट की जो बूढ़े लोगों के अकेलेपन को कम करने के उद्देश्य से बनाया गया था.
पिछले साल टोकियो फ़ैशन सप्ताह के दौरान प्रेटी ह्युमेनॉइड रोबोट दिखाया गया था. यह रोबोट हूबहू फैशन मॉडल की नकल कर सकता है. 2009 में ही बायोमिमेटिक चाइल्ड रोबोट भी प्रदर्शित किया गया था जो कि नवजात बच्चे के बारे में सीखने और उसकी देखभाल करने के लिए बनाया गया था.
रिपोर्टः एएफ़पी/आभा मोंढे
संपादनः ए जमाल