लालगढ़ में ममता बनर्जी की रैली आज
९ अगस्त २०१०ममता बनर्जी माओवादियों के प्रति सहानुभूति दिखा रही हैं. उनका कहना है कि राज्य सरकार नक्सलवाद को कुचलने के नाम पर लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचल रही है. इसी के विरोध में वह लालगढ़ में रैली कर रही हैं. माओवादी नेता किशनजी का भी कहना है कि ममता की रैली को पूरा समर्थन दिया जाएगा.
वहीं वामपंथी पार्टियों ने भी ममता बनर्जी और केंद्र सरकार पर उल्टा निशाना साध दिया है. सीपीएम के मुताबिक नक्सलियों और ममता के बीच सांठगांठ अब साफ दिख चुकी है. वामपंथियों ने केंद्र सरकार से अपना रुख साफ करने को कहा है. केंद्र सरकार माओवादियों के खिलाफ आए दिन नई रणनीति बना रही है. लेकिन अब उसकी प्रमुख सहयोगी पार्टी ही नए टर्न लेती दिखाई पड़ रही है.
वामपंथी लंबे समय से आरोप लगाते रहे हैं कि ममता बनर्जी नक्सलियों को ताकत दे रही हैं. पहले ममता इससे इनकार करती आई हैं. लालगढ़ में वामपंथी पार्टियों के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है. लेफ्ट का आरोप है कि इन हत्याओं के लिए ममता बनर्जी ही जिम्मेदार हैं.
वैसे लालगढ़ में यह रैली कांग्रेस और तृणमूल को मिलकर करनी थी. लेकिन आखिरी वक्त में कांग्रेस ने अपने हाथ वापस खींच लिए. कांग्रेस को डर है कि कहीं विपक्षी पार्टियां इसे सत्ताधारी पार्टी की नाकामी न बताए. यह सब ऐसे वक्त में हो रहा है जब सुरक्षाकर्मियों पर माओवादियों के बड़े हमले हो चुके हैं.
राजनीति विश्लेषक मानते हैं कि ममता और कांग्रेस में भी अब खटपट होने लगी है. लालगढ़ की यह रैली मतभेदों कम करने में सहायक तो कतई नहीं होने जा रही है. अब देखना है कि लालगढ़ में ममता के मुंह से आज क्या क्या निकलता है. पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं, जाहिर है तैयारी शुरू हो चुकी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: महेश झा