लीबिया में 15 विरोधी प्रदर्शनकारियों की मौत
२० फ़रवरी २०११हालांकि चश्मदीदों का मानना है कि 15 नहीं, बल्कि सैकड़ों लोगों की मौत हुई है. अल जजीरा से बात करते हुए एक डॉक्टर ने कहा कि उनके अस्पताल में 15 शवों को लाया गया है और वे कई और घायल लोगों का इलाज कर रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ह्यूमन राइट्स वॉच का कहना है कि पिछले तीन दिनों में 84 लोग सुरक्षा बलों की कार्रवाई से मौत का शिकार हुए हैं. देश के नेता मुअम्मर गद्दाफी मिस्र और ट्यूनीशिया के आंदोलनों से प्रेरित जनता को काबू में करना चाहते हैं.
लीबिया में गैर सरकारी अखबार कुरिना के मुताबिक बेनगाजी में शुक्रवार को 24 लोग मारे गए. अखबार से गद्दाफी के एक बेटे को जोड़ा गया है. कुरीना का कहना है कि सुरक्षा बल पुलिस मुख्यालय को बचाने की कोशिश कर रहे थे और इसलिए लोगों पर गोलियां चलाई गईं.
प्रदर्शनों के शुरू होने के बाद से लीबिया ने विदेशी पत्रकारों पर प्रतिबंध लगा दी है जिसकी वजह से स्थिति को लेकर पक्की जानकारी नहीं मिल पा रही है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात कर रहे एक व्यक्ति ने कहा कि बेनगाजी में हजारों लोग कोर्ट हाउज के सामने जमा हुए जहां ऐंबुलेंस, बिजली और दवाइयों का इंतजाम है. सुरक्षा बल के सैनिक कमांड सेंटर कॉम्प्लेक्स तक सीमित हैं और शहर के बाकी हिस्से सारे आजाद हैं. बैंक बंद हैं और अब तक शहर में खाने पीने की कोई कमी नहीं है. इस व्यक्ति के मुताबिक स्थानीय सरकार या रेवॉल्यूशनरी कमिटी के सारे दफ्तरों और पुलिस चौकियों को आग लगा दी गई है.
हालांकि लीबिया के किसी और शहर से हिंसा की खबर नहीं मिली है और विरोध प्रदर्शन बेनगाजी में हो रहे हैं जहां पारंपरिक तौर पर गद्दाफी का समर्थन कम है. सरकार ने मारे गए लोगों पर कोई बयान सार्वजनिक नहीं किया है. उधर लीबिया की राजधानी त्रिपोली में लगभग 50 बुद्धिजीवियों ने गद्दाफी के पक्ष में मोर्चा निकाला और उन्हें अपने समर्थन का आश्वासन दिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः ए जमाल