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लैला के कहर से 70 हजार लोग बेघर, 23 की मौत

२२ मई २०१०

आंध्र प्रदेश में चक्रवाती तूफान लैला के कहर के बाद 6 जिलों में 70 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में रहने को मजबूर हैं. तबाही मचाने वाले लैला तूफान की वजह से 23 लोगों की मौत हो गई जबकि तीन लापता बताए जा रहे हैं.

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तस्वीर: DW

मौसम विभाग का मानना है कि लैला अब कमजोर पड़ रहा है लेकिन अगले 12 घंटों में तटीय आंध्र प्रदेश के उत्तरी इलाकों और तेलंगाना में रुक रुक कर तेज बरसात होने की आशंका अब भी बरकरार है. मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और उड़ीसा में भी भारी बरसात होने की संभावना है. आंध्र प्रदेश के कई इलाकों में तेज हवाओं से लोगों को अब भी निजात मिलने की उम्मीद नहीं है और अगले 12 घंटों में उत्तरी आंध्र प्रदेश में 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.

आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सात लोगों की मौत कृष्णा जिले में, पांच की प्रकाशम में, चार की मौत गुंटूर और नल्लोर में, दो की मौत पूर्वी गोदावरी में और एक व्यक्ति की मौत विशाखापत्ननम में हुई है. कृष्णा जिले से दो लोग लापता हैं जबकि पूर्वी गोदावरी से भी एक व्यक्ति के लापता होने की खबर है.

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जान माल का नुकसानतस्वीर: DW

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रौसेया ने प्रकाशम, गुंटूर, कृष्णा, पश्चिमी गोदावरी, पूर्वी गोदावरी और विशाखापत्नम के अधिकारियों से टेलीकांफ्रेस पर उच्चस्तरीय बैठक की है. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्थिति पर करीबी नजर रखने का निर्देश दिया है. मौसम विभाग के अनुमान के बाद सरकार ने तटीय इलाकों में राहत कार्य में तेजी लाने के लिए कहा है.

लैला तूफान के चलते विजयवाड़ा और चेन्नई के बीच रेल ट्रैक को नुकसान पहुंचा था लेकिन अब उनकी मरम्मत कर दी गई है. विजयवाड़ा, गुंटूर से होकर ट्रेन चेन्नई जाने वाली रेल सेवाएं बहाल हो गई हैं. आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि तूफान की वजह से फसलों को खासा नुकसान हुआ है. आपदा प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "तूफान से करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है और आर्थिक क्षति की सही तस्वीर अगले दो दिनों में साफ हो सकेगी." मछुआरों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा है और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति अब भी ठप है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ओ सिंह