"लोकतांत्रिक संघर्ष का सर्वश्रेष्ठ नमूना पाक"
१४ अगस्त २०११पूरा देश रविवार को पूरे उल्लास के साथ आजादी की सालगिरह मना रहा है. राजधानी इस्लामाबाद के कन्वेंशन सेंटर में हुए राजकीय समारोह में प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि संसद के चार साल पूरे होने वाले हैं और पाकिस्तान का राजनीतिक नेतृत्व मानता है कि देश में लोकतंत्र बहाल करने में कामयाबी मिलेगी.
समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के संस्थापक कायदे आजम मुहम्मद अली जिन्नाह और दूसरे नेताओं को श्रद्धांजलि दी और कहा कि इन नेताओं के जोशीले नेतृत्व ने लोकतांत्रिक संघर्ष के जरिए दुनिया का पहला आदर्श राज्य बनाया. गिलानी ने कहा, "पाकिस्तान का बनना लोकतांत्रिक संघर्ष का सबसे बेहतरीन नमूना है." इस मौके पर गिलानी ने पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के नेताओं जुल्फिकार अली भुट्टो और बेनजीर भुट्टो की भी तारीफ की और कहा कि इन नेताओं ने लोकतांत्रिक आदर्शों और लोगों के अधिकार के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए काम करने और राजनीतिक दलों के साथ बातचीत के जरिए हर तरह के मामलों को हल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई. गिलानी ने कहा, "आपसी सहमति और बातचीत से सभी मामले सुलझाए जा सकते हैं."
इस मौके पर देश की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने लोकतांत्रिक सुधारों और तकनीक के क्षेत्र में हुए विकास का ब्यौरा दिया. इसके साथ ही विकास को केवल कुछ क्षेत्रों तक सीमित न रखने के बजाए उन्हें पिछड़े इलाकों पर विशेष ध्यान देने की भी बात कही. गिलानी ने शिक्षा में सुधार को सरकार की प्राथमिकता वाला विषय बताया और कहा कि किसी भी हाल में इसकी अनदेखी नहीं की जाएगी.
हिंसा जारी
एक तरफ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था और अब तक हुई प्रगति का जिक्र कर रहे थे तो दूसरी तरफ चरमपंथी अपनी हिंसक गतिविधियों को अंजाम देने में जुटे थे. पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी सरहदी इलाके में रविवार को हुए एक बम धमाके में कम से कम 11 लोगों की मौत हुई और 20 लोग जख्मी हुए हैं. धमाका बलूचिस्तान के डेरा अल्लाह यार जिले के एक होटल में हुआ जिसकी अभी तक किसी उग्रवादी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है. धमाका होटल के मुख्य हॉल में हुआ और उस वक्त वहां काफी लोग बैठे हुए थे. चश्मदीदों के मुताबिक इस धमाके में होटल पूरी तरह ध्वस्त हो गया है. पुलिस मलबे में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही है.
उधर उत्तरी वजीरिस्तान में सेना के एक कैंप पर आतंकवादियों ने रॉकेट लॉन्चर से हमला किया है. हमला तब हुआ जब सैनिक स्वतंत्रता दिवस के परेड की तैयारी कर रहे थे. इस हमले में कम से कम 3 सैनिकों की मौत हो गई है और 11 सैनिक घायल हुए हैं.
नवाज शरीफ के आरोप
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और विपक्षी नेता नवाज शरीफ ने उम्मीद जताई है कि एक दिन पाकिस्तान में भी कोई आयोग कारगिल के "दुस्साहस" के दोषियों का पता लगाएगा. नवाज शरीफ के मुताबिक इस घटना ने ही भारत के साथ चल रही शांति प्रक्रिया को रास्ते से उतार दिया जो उसी साल शुरू हुई थी. नतीजा यह हुआ कि बातचीत की ओर बढ़ रहे दोनों देश जंग के रास्ते पर मुड़ गए. नवाज शरीफ ने कहा, "मैं भारतीयों की तारीफ करता हूं जिन्होंने कारगिल के घटना की जांच करवाई. क्या मुझे उन लोगों की भी तारीफ करनी चाहिए जिन्होंने पाकिस्तान में ऐसी जांच नहीं होने दी? एक दिन ऐसा आएगा जब कोई आयोग ये पता लगाएगा कि इस ऑपरेशन को किसने शुरू किया, जिससे कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके."
पीएमएल(एन) के नेता नवाज ने शरीफ पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का नाम लिए बगैर कहा, "सब लोग जानते हैं कि इस दुस्साहस के लिए कौन जिम्मेदार था. उसने न सिर्फ पाकिस्तान को बल्कि खुद को भी नुकसान पहुंचाया." 1999 में कारगिल की जंग के समय परवेज मुशर्रफ ही सेना प्रमुख थे. नवाज शरीफ ने माना कि वह हिचक रहे थे लेकिन भारतीय नेता शांति प्रक्रिया के लिए ज्यादा ख्वाहिशमंद थे. नवाज शरीफ ने कहा, "मैं हिचकिचा रहा था क्योंकि मुझे पाकिस्तान की प्रतिक्रिया का डर था लेकिन भारतीय नेताओं ने पहल की और और शांति प्रक्रिया के लिए पूरे दिल से कोशिश की."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः वी कुमार