वनडे को लेकर गंभीर हैं गौतम
४ सितम्बर २००९गौतम गंभीर ने कहा कि वनडे क्रिकेट को कैलेंडर से नहीं हटाया जाना चाहिए क्योंकि इसके लिए बहुत गुंजाइश है. ट्वेन्टी 20 क्रिकेट के तेज़ी से लोकप्रिय होने के बाद वनडे क्रिकेट की अहमियत घटती जा रही है.
गंभीर ने चेन्नई में कहा, "अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अभी भी 50 ओवर के खेल की जगह बनती है. यह बल्लेबाज़ों, ख़ास तर पर मध्य क्रम के बल्लेबाज़ों को मौक़ा देता है कि वह अपनी क्षमता दिखा सकें. टेस्ट क्रिकेट सबसे मुश्किल क्रिकेट है."
आने वाले मुक़ाबलों के बारे में पूछे जाने पर गंभीर ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम सभी चुनौतियों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. भारत को पहले श्रीलंका में तीन देशों के वनडे टूर्नामेंट में हिस्सा लेना है और फिर दक्षिण अफ्रीका में चैंपियन्स ट्रॉफ़ी में खेलना है. गंभीर ने कहा, "अगर हमने अपनी क़ाबलियत के हिसाब से खेला और पॉज़ीटिव तरीके से मैदान में उतरे, तो हम बहुत अच्छा करेंगे."
गौतम गंभीर ने इस बात से इनकार किया कि भारतीय बल्लेबाज़ शॉर्ट पिच गेंदें नहीं खेल पाते. उन्होंने कहा कि इसका हौवा बनाया गया है.
दिल्ली के वीरेन्द्र सहवाग के बाद गौतम गंभीर टीम के दूसरे बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने वनडे मैचों की वकालत की है. वीरू ने भी कहा था कि ट्वेन्टी 20 के ज़ोर पकड़ने के बाद भी वनडे की अपनी जगह है.
हालांकि ऑस्ट्रेलिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न और बाद में पाकिस्तान के रन मशीन कहे जाने वाले ज़हीर अब्बास ने कहा था कि नए दौर में वनडे क्रिकेट की अहमियत घटती जा रही है. ज़हीर अब्बास ने तो यहां तक कहा था कि 2011 वर्ल्ड कप के बाद वनडे क्रिकेट ख़त्म हो सकता है. इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने घरेलू कैलेंडर से वनडे क्रिकेट को हटा दिया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ए कुमार