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वर्ल्ड कप मैच जीतो और रईस बनो

१५ फ़रवरी २०११

वर्ल्ड कप क्रिकेट में इस बार सिर्फ खिताब की जंग नहीं होगी, बल्कि भारी भरकम रकम भी दांव पर लगी होगी. इस बार 80 लाख डॉलर पुरस्कार में दिए जाएंगे, जो पिछली बार से 30 लाख डॉलर ज्यादा हैं.

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कप की लड़ाईतस्वीर: Webdunia

अगर 35 साल पहले शुरू हुए क्रिकेट वर्ल्ड कप के बारे में सोचें तो 1975 के पहले वर्ल्ड कप के मुकाबले क्रिकेट की दुनिया बदल चुकी है. तब सिर्फ आठ टीमों के बीच पांच दिनों तक मुकाबला चला और आखिर में वेस्ट इंडीज ने खिताब जीता.

क्लाइव लॉयड की टीम ने तब 4000 पाउंड (लगभग ढाई लाख रुपये) जीते और चार साल बाद जब उन्होंने दोबारा खिताब जीता, तो उन्हें 10,000 पाउंड (करीब सात लाख) रुपये मिले.

लेकिन जब ऑस्ट्रेलिया ने पिछली बार अपना लगातार तीसरा खिताब जीता, तो उसे पुरस्कार के रूप में 22 लाख डॉलर मिले, जबकि फाइनल में हारने वाली श्रीलंका की टीम को भी 10 लाख डॉलर मिले.

Cricket - Großbild

इस बार जब दो अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वनडे क्रिकेट के बादशाह का फैसला होगा, तो उसे पुरस्कार के रूप में करीब 32 लाख डॉलर मिलेंगे. फाइनल में हारने वाली टीम को 15 लाख डॉलर की राशि हासिल होगी. शुरुआती स्तर पर हर मैच जीतने वाली टीम को 30,000 डॉलर की रकम मिलेगी और अगर चैंपियन टीम ने शुरू के अपने सभी छह मैच जीत लिए, तो उसे 1,80,000 डॉलर और मिलेंगे.

सेमीफाइनल तक पहुंच कर हारने वाली टीम को पांच पांच लाख डॉलर की पुरस्कार राशि मिलेगी, जबकि क्वार्टर फाइनल तक पहुंचने वालों को ढाई ढाई लाख डॉलर. इतना ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने कहा है कि उसे जो मुनाफा होगा, उसका भी बंटवारा किया जाएगा और इस तरह हर टीम को और भी आर्थिक फायदा पहुंचेगा.

भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश में 10वां वर्ल्ड कप आयोजित किया जा रहा है. इस खेल का 70 फीसदी राजस्व भारत के जरिए आता है. इस बार न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया भी वर्ल्ड कप कराने के दावेदार थे. लेकिन भारत ने वादा किया कि वह ज्यादा मुनाफा हासिल करा सकता है और इसी आधार पर इसे वर्ल्ड कप की मेजबानी मिली.

भारतीय क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके आईएस बिंद्रा का कहना है, "हमने उन्हें वादा किया कि हम 40 करोड़ डॉलर का मुनाफा कराएंगे. क्रिकेट के जरिए कोई भी भारत से ज्यादा पैसे नहीं कमा सकता."

समझा जाता है कि आईसीसी इस वर्ल्ड कप पर पांच करोड़ डॉलर खर्च कर रही है और ऐसे में वर्ल्ड कप के बाद उसकी झोली लबालब भरी होगी.

हालांकि इसके बाद भी 10 देशों का खेल क्रिकेट दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल फुटबॉल का मुकाबला नहीं कर सकता है. दक्षिण अफ्रीका में खेले गए पिछले वर्ल्ड कप फुटबॉल में 42 करोड़ डॉलर पुरस्कार के रूप में दिए गए.

हालांकि एक अरब डॉलर देकर क्रिकेट वर्ल्ड कप का प्रसारण अधिकार खरीदने वाली ईएसपीएन को कोई रंज नहीं. कंपनी का कहना है, "क्रिकेट की दुनिया में वर्ल्ड कप से बड़ा कुछ भी नहीं है और भारतीय उप महाद्वीप में तो कहना ही क्या."

वर्ल्ड कप के 49 मैचों का प्रसारण दुनिया भर के 200 ब्रॉडकास्टर कर रहे हैं.

रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल

संपादनः ईशा भाटिया

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