वातावरण में नष्ट किया जाएगा यूरोपीय अंतरिक्ष फ्रेटर
१८ जून २०११सोमवार को ऑटोमेटेड ट्रांसफर वेहिकल या एटीवी को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन आइएसएस से अलग किया जाएगा. मंगलवार को वह कक्षापथ से वातावरण में प्रवेश करेगा. यूरोपीय स्पेस एजेंसी ईएसए के एक वक्तव्य में कहा गया है कि वातावरण में प्रवेश के बाद यह मानवरहित यान नष्ट हो जाएगा और उसके अवशेष प्रशांत महासागर में गिरेंगे.
योहान्नेस केपलर नामक यह यान इस किस्म के पांच यानों में से दूसरा था. फ्रांसीसी गायाना से आरियाने 5 रॉकेट के जरिए छोड़े जाने के बाद यह खुद स्पेस स्टेशन का रास्ता ढूंढ़ लेता है और स्वयंक्रिय रूप से उसके साथ जुड़ता है. इसकी मदद से स्पेस स्टेशन में काम कर रहे अंतरिक्ष यात्रियों के लिए 6.6 टन के बराबर आवश्यक सामग्रियां भेजी जा सकती है. स्पेस स्टेशन में माल लादने के बाद यह एक अतिरिक्त कक्ष के रूप में होता है. फिर इसमें स्पेस स्टेशन का कूड़ा वगैरह भरकर उसे वापस धरती की ओर भेजा जाता है. यह काम भी ऑटोमैटिक ढंग से होता है. ईएसए के वैज्ञानिक जानना चाहते हैं कि वातावरण में इसके नष्ट होने की प्रक्रिया कैसे संपन्न होती है. इसके लिए एक खास किस्म के ब्लैक बॉक्स का उपयोग किया जाएगा.
जूल वैर्न नामक पहला एटीवी 2008 में छोड़ा गया था. एडोआर्डो अमाल्डी नामक तीसरे एटीवी की उड़ान फरवरी 2012 में नियोजित है. चौथे एटीवी को वैज्ञानिक आइनश्टाइन का नाम दिया गया है, जबकि पांचवें का नाम अभी तक तय नहीं किया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: ओ सिंह