वापस पृथ्वी पहुंचा अंतरिक्ष यान एंडेवर
२२ फ़रवरी २०१०शुरुआत में अमेरिकी राज्य फ़्लोरिडा के केप कैनेडी पर बादल छाए हुए थे और लगभग एक घंटे तक कंप्यूटर में परेशानियों की वजह से एंडेवर से संपर्क नहीं हो पा रहा था. लेकिन जब मौसम साफ हो गया तब शटल को ज़मीन पर उतरने की इजाज़त मिली.
मिशन नियंत्रण ने वापस आए छह अंतरिक्ष यात्रियों से कहा, "एक बढ़िया मिशन के लिए आप सब को मुबारक." एंडेवर के कमांडर जॉर्ज ज़ाम्का ने कहा. "घर आने पर बहुत ही अच्छा लग रहा है. हमारे लिए यह यात्रा काफी रोमांचक रही."
एंडेवर के ऐस्ट्रोनॉटों ने ट्रैंक्विलिटी नाम के अंतिम हिस्से को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन आईएसएस से जोड़ा. यह ऐसा मॉड्यूल है जिसमें मनुष्य का रहना मुमकिन है. इस मॉड्यूल में सांस लेने और जीवन के लिए सारी ज़रूरी मशीनों को लगाया गया है.
माना जाता है कि ट्रैंक्विलिटी मॉड्यूल से पृथ्वी के अब तक के सबसे ख़ूबसूरत दृश्य देखने को मिलेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने भी ट्रैंक्विलिटी से पृथ्वी की नई तस्वीरों को सराहा.
ट्रैंक्विलिटी के लगने के साथ अब आईएसएस को केवल शोध के लिए आवश्यक सामग्री और पुर्ज़ों की ज़रूरत होगी जिसके बाद आईएसएस तैयार हो जाएगा. एंडेवर मिशन के ख़त्म होने के साथ साथ अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा को इस बात का भी ध्यान रखना था कि एंडेवर बहुत जल्द अंतरिक्ष मिशनों के क़ाबिल नहीं रहेगा.
साथ ही नासा को यह भी देखना है कि आईएसएस को सही समय पर बना लिया जाए. अमेरिका आईएसएस को पूरा करने के लिए और चार मिशन भेजने वाला है. अमेरिका के साथ रूस, जापान, कनाडा और यूरोपीय देशों ने आईएसएस को पूरा करने में अपना योगदान दिया है.
रिपोर्टः एएफ़पी/ एम गोपालकृष्णन
संपादनः महेश झा