विवादित वीडियो जर्मनी में दिखाने की धमकी
१७ सितम्बर २०१२बुइर्गरबेवेगुंग प्रो डॉयचलांड (सिविल मूवमेंट प्रो जर्मनी) पार्टी की वैसे तो जर्मनी की राजनीति में कोई भूमिका नहीं है लेकिन यह गुट अपने मुस्लिम विरोधी और सलाफी विरोधी अभियानों से लोगों का ध्यान खींचती है. कुछ दिन पहले पार्टी ने अपनी वेबसाइट पर घोषणा की कि वह विवादास्पद फिल्म इनोसेंस ऑफ मुस्लिम्स को सार्वजनिक रूप से बर्लिन में दिखाएगी. वेबसाइट के मुताबिक यह फैसला फिल्म के कारण हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद लिया गया है.
जर्मनी की प्रमुख साप्ताहिक पत्रिका डेयर श्पीगेल ने 17 सितंबर सोमवार के अपने संस्करण में पार्टी अध्यक्ष मानफ्रेड रूस के हवाले से लिखा है कि ग्रुप फिल्म इसलिए दिखाना चाहता है क्योंकि वह कला और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की पैरवी करता है.
"साधारण वीडियो"
डॉयचे वेले के साथ रविवार को एक इंटरव्यू में पार्टी के उप प्रमुख आल्फ्रेड डागेनबाख थोड़ा पीछे हटे. उन्होंने कहा कि पार्टी ने अभी अंतिम फैसला नहीं लिया है कि वह फिल्म दिखाएगी या नहीं. इस फिल्म के कारण मुस्लिम देशों में अमेरिकी, ब्रिटिश और जर्मन दूतावासों पर हमले हुए और हिंसक प्रदर्शन भी हुए हैं. डागेनबाख का कहना है, "बिना सोचे सबके पीछे चलने की जरूरी नहीं है. मेरे विचार में यह वीडियो बहुत ही साधारण है और यह उसी स्तर का है जैसे अरब दुनिया में ईसाई धर्म के खिलाफ कहा जाता रहा है." डागेनबाख ने रूस के बयान को एक आयडिया बताते हुए कहा है कि तब वीडियो के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. लेकिन जब मैंने वीडियो देखा तो लगा कि यह इतना घृणास्पद है कि इसका किसी भी हालत में समर्थन नहीं किया जा सकता.
उनकी पार्टी में बहस फिलहाल इमेल के जरिए चल रही है. जिन लोगों से डागेनबाख ने संपर्क किया, वह इसके समर्थक नहीं हैं. उनका कहना है कि पहले तो इसका बहुत छोटा सा ट्रेलर ही देखा था. उसे देख कर लगा था कि शायद इसका किसी तरह समर्थन किया जा सकता है.
चेतावनी
जर्मनी के गृह मंत्री हंस-पेटर फ्रीडरिष (सीएसयू) ने श्पीगल पत्रिका में इस इस्लाम विरोधी फिल्म के प्रचार से उकसावे की चेतावनी दी थी. फ्रीडरिष ने कहा था कि ऐसे उकसावे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. फ्रीडरिष के मुताबिक प्रो डॉयचलांड फिल्म सार्वजनिक तौर पर दिखाने की घोषणा करके अनजाने में आग में घी डाल रही है. सूड़ान में जर्मन दूतावास पर हमले के बाद जर्मनी के विदेश मंत्री गीडो वेस्टरवेले ने हमलों और वीडियो दोनों की निंदा की, लेकिन यह भी कहा कि इस वीडियो के कारण हिंसा को उचित नहीं ठहराया जा सकता.
सितंबर की शुरुआत में सूडान के कट्टरपंथी धार्मिक नेताओं का ध्यान प्रो डॉयचलांड पार्टी की ओर गया था क्योंकि उन्होंने बर्लिन में एक मस्जिद के बाहर विरोध प्रदर्शन किए थे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों के हाथ में पैगम्बर मोहम्मद के कार्टून और पोस्टर भी थे जिस पर मस्जिद पर निषेध का निशान लगाया गया था. इसलिए सूडान में दूतावास पर हमला बदले की कार्रवाई भी हो सकता है.
इतिहास
जर्मनी में बुइर्गरबेवेगुंग प्रो डॉयचलांड राइट विंग दक्षिणपंथी पॉपुलिस्ट पार्टी है. यह 2005 में बनी और जर्मनी में इसे दक्षिणपंथी और कट्टरपंथी विचारधारा वाली पार्टी कहा जाता है. पार्टी के कई सदस्यों का धुर दक्षिणपंथी इतिहास है. इसमें पार्टी प्रमुख मानफ्रेड रूस भी शामिल हैं. वह जर्मनी की अति कट्टरवादी दक्षिणपंथी पार्टी एनपीडी के सदस्य थे. प्रो डॉयचलांड पार्टी के अधिकतर प्रदर्शन सीधे तौर पर मुसलमानों को उकसाने वाले होते हैं.
इन अभियानों के बावजूद यह पार्टी एक छोटा गुट ही है. 2010 के आखिर में प्रो डॉयचलांड के कुल सदस्यों की संख्या 256 थी. हालांकि ग्रुप का दावा है कि उसके कुल सदस्यों की संख्या 1760 है. पार्टी को मुख्य तौर पर पैसा चंदे से मिलता है. राजनीतिक तौर पर इसका कोई महत्व नहीं है. सितंबर 2011 में बर्लिन के चुनावों में पार्टी की शाखा प्रो बर्लिन को सिर्फ 1.12 फीसदी वोट मिले.
रिपोर्टः टोबियास ओलमायर/एएम
संपादनः महेश झा