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विवादों और विरोध के बीच ट्रॉय डेविस को मृत्युदंड

२२ सितम्बर २०११

भारी विवाद और विरोध के बीच अमेरिका के जॉर्जिया में ट्रॉय डेविस को जहर का इंजक्शन दे फांसी की सजा दे दी गई है. यह मौत की सजा जॉर्जिया में सबसे विवादित में से एक है.

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तस्वीर: AP

अमेरिका के जॉर्जिया में पुलिस की हत्या करने के आरोप में ट्रॉय डेविस को सजा दी गई है. 42 साल के डेविस को गुरुवार रात जहर का इंजक्शन दिया गया और इसके 15 मिनट बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया. उसकी पैरवी करने वाले वकील आखिरी क्षण तक उसे बचाने की कोशिश करते रहे.

यहां तक की कि मौत की सजा के कुछ ही समय से पहले अमेरिका की सर्वोच्च अदालत में अपील कर इस सजा को रोकने का प्रयास किया गया. जजों के परामर्श के कारण फांसी की सजा में चार घंटे की देरी हुई. इस दौरान कई हजार लोग जेल के बाहर खडे हो कर विरोध कर रहे थे और ट्रॉय डेविस को रिहा करने के नारे लगा रहे थे. वॉशिंगटन में भी करीब 100 लोग विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हुए. 

बीस साल पहले मिली सजा

डेविस को 1989 में जॉर्जिया के सवाना में पुलिसकर्मी मार्क मैकफैल को गोली मारने का दोषी पाया गया. कुल नौ गवाहों में से सात ने सुनवाई के दौरान या तो अपने बयान वापिस ले लिए या फिर उन्हें बदल दिया. इनमें से कुछ गवाहों ने तो यहां तक कहा कि उन्हें पुलिस ने बयान देने के लिए दबाव डाला. साथ ही ऐसे गवाह भी सामने आए जिन्होंने किसी और आदमी की तरफ इशारा किया. और तो और कोई डीएनए सबूत, हत्या का हथियार या उसकी अंगुली के निशान भी नहीं मिले जिससे साबित हो कि डेविस ने ही हत्या की है.

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तस्वीर: AP

वह खुद भी अपने आप को निर्दोष ही बताता रहा. 1991 में ही डेविस को मौत की सजा सुना दी गई थी लेकिन बार बार उसकी सजा टलती रही. 2009 के दौरान मामले ने गति पकड़ी और अमेरिका की सर्वोच्च अदालत ने बदले हुए बयानों और गायब सबूतों के बावजूद डेविस की मौत की सजा बरकरार रखी. मार्च में एक बार और कोशिश की गई कि सजा की तामील को रोका जाए लेकिन यह हो नहीं सका. 

'काफी समय था'

डेविस के मुकदमे की दुनिया भर में आलोचना हुई. खास कर सबूतों के अभाव के कारण. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर, पोप बेनेडिक्ट 16वें, दक्षिण अफ्रीकी बिशप डेसमंड टूटू और यूरोपीय संघ ने भी इसका कड़ा विरोध किया. मानवाधिकार मामलों के जानकार मार्कुस लोएनिंग इस मौत की सजा का कड़ा विरोध करते हैं. उन्हें डेविस को दोषी करार दिए जाने पर कड़ी आपत्ति है. लेकिन मृतक पुलिस के परिजन किसी भी कीमत पर यह मौत की सजा चाहते थे. उनकी पत्नी कहती हैं, "उसके पास खुद को निर्दोष साबित करने के लिए काफी समय था." वहीं मृतक की मां ने कहा, "डेविस निर्दोष नहीं है. हम अब इस अध्याय को खत्म कर देना चाहते हैं." 

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः महेश झा

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