व्हेल शार्कों के राज खोलेगी सेटेलाइट चिप
३ जुलाई २०१०व्हेल शार्कों में लगी चिप उनके बारे में सारी जानकारी सेटेलाइट के जरिए पहुंचाती रहेगी. इससे यह पता चल सकेगा कि किस वक्त कौन सी शार्क कहां है. इतना ही नही वह इससे पहले कहां थी, कितने देर के लिए पानी की सतह और कितनी देर के लिए पानी के नीचे रही.
इन चिपों के जरिए ही शार्कों के जीवन से जुड़ी दूसरी जानकारियां भी जुटाई जा सकेंगी. शार्क जब पानी के भीतर होगी तब चिप सारी जानकारी जमा करेगी. सतह पर पहुंचते ही दूर अंतरिक्ष में मौजूद उपग्रहों तक सारी जानकारी भेज देगी.
शार्कों को चिप लगाने के बारे में जरूरी जानकारी हासिल करने के लिए हाल ही में एक भारतीय दल आस्ट्रेलिया का दौरा करके वापस लौटा है. भारतीय दल ने वहां चिपों को लगाने की मुहिम से लेकर उन्हें मॉनीटर करने तक की पूरी प्रक्रिया को देख और समझ लिया है. भारत में इस प्रक्रिया के शुरू हो जाने के बाद इस विशाल जलीय जीव से जुड़े राज तक देश के वैज्ञानिक आसानी से पहुंच जाएंगे.
इस दल के साथ गुजरात के पर्यावरण विभाग का भी एक दल गया था. ये लोग व्हेल शार्कों से जुड़े पर्यटन की संभावनाओं की पड़ताल करने वहां गए थे. आस्ट्रेलिया में व्हेल शार्कों से जुड़ा पर्यटन उद्योग भी खूब फलफूल रहा है. भारत में भी इसे शुरु करने की योजना है. इसमें सावधानी यह रखनी होगी कि कहीं सरकार की कोशिशों से व्हेल शार्कों के आवास को नुकसान ना पहुंचे.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः एस गौड़